Adani Group Stocks: अदाणी ग्रुप के अधिकतर शेयरों में बुधवार 27 नवंबर को जोरदार तेजी देखने को मिली और कारोबार के दौरान ये 20 प्रतिशत तक बढ़ गए। 4 कंपनियों के शेयर में तो अपर सर्किट लगा। यह तेजी अदाणी ग्रीन एनर्जी की ओर जारी एक स्पष्टीकरण के बाद आई। अदाणी ग्रीन ने स्पष्टीकरण में कहा कि अदाणी ग्रुप के के फाउंडर गौतम अदाणी और उसके दूसरे अधिकारियों के खिलाफ अमेरिका में फॉरेन करप्ट प्रैक्टिस एक्ट (FCPA) के तहत घूसखोरी और भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं लगा है। साथ ही इसने जुड़ी सभी रिपोर्टो का खंडन किया।
इस स्पष्टीकरण के बाद, अदाणी एंटरप्राइजेज के शेयर में 11.69 प्रतिशत की उछाल आई और यह 2,399 रुपये के भाव पर बंद हुया। वहीं अदाणी पोर्ट्स और एसईजेड का शेयर NSE पर 5.9 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,195.50 रुपये पर बंद हुआ। अदाणी ग्रीन एनर्जी और अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस के शेयरों में 10 प्रतिशत का अपर सर्किट लगा और ये क्रमश: 988.40 रुपये और 660.80 रुपये के स्तर पर बंद हुए।
अदाणी पावर के शेयरों में भी 20 फीसदी का अपर सर्किट लगा और NSE पर यह 525.15 रुपये के भाव पर बंद हुआ। अदाणी टोटल गैस के शेयरों में भी 20 प्रतिशत का अपर सर्किट लगा और ये 695.30 रुपये के भाव पर बंद हुए।
अदाणी ग्रीन एनर्जी ने साफ किया कि अमेरिका में FCPA के तहत रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार के आरोपों वाली हालिया रिपोर्टें ‘गलत’ थीं। कंपनी ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में बताया कि गौतम अदाणी, सागर अदाणी और विनीत जैन पर FCPA के तहत रिश्वतखोरी या विदेशी भ्रष्टाचार से जुड़ा कोई आरोप नहीं है।कंपनी ने कहा कि इसकी जगह इनके खिलाफ 3 मामलों में आरोप लगा है, जो सिक्योरिटीज फ्रॉड की साजिश, वायर फ्रॉड की साजिश और सिक्योरिटीज फ्रॉड से जुड़े हुए हैं।
कंपनी ने अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस (DoJ) और सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) का हवाला देते हुए कहा, “ऐसे बयान गलत हैं। गौतम अदाणी, सागर अदाणी और विनीत जैन पर अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस के प्रॉजिक्यूटर्स या अमेरिकी SEC की ओर से दाखिल सिविल शिकायत में FCPA के नियमों के उल्लंघन का कोई भी आरोप नहीं लगाया गया है।”
यह स्पष्टीकरण पिछले सप्ताह अमेरिका के फेडरल प्रॉजिक्यूटर्स और अमेरिकी SEC की ओर से दर्ज कराए आपराधिक और दीवानी आरोपों के बाद आया है। इन आरोपों में अदाणी के अधिकारियों पर सिक्योरिटीज में फ्रॉड और निवेशकों को गुमराह करने का आरोप लगाया गया है। इन आरोपों के सामने आने के बाद पिछले हफ्ते अदाणी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली थी।
अदाणी ग्रुप की मार्केट वैल्यू में 21 नवंबर को करीब 2.2 लाख करोड़ रुपये की गिरावट आई थी, जो इसके इतिहास में किसी एक दिन में आई सबसे बड़ी गिरावट है।