सिटी ने एक नोट में कहा कि हम निर्यात को लेकर चीन की कम प्रतिस्पर्धा को देखते हुए रिफाइनिंग मार्जिन में सुधार की उम्मीद करते हैं। जियो न केवल भविष्य में टैरिफ बढ़ोतरी से बल्कि डेटा मूल्य निर्धारण में सुधार और/या 5जी से बेहतर कमई के किसी भी कदम से लाभ लेने के लिए अच्छी स्थिति में है।
सिटी ने कहा कि हम आरआईएल के लिए 3-वर्षीय (वित्त वर्ष 24-27 ई) संयुक्त एबिटा सीएजीआर 11 फीसदी रहने का अनुमान लगाते हैं। हालांकि यह पिछले 9 वर्षों (वित्त वर्ष 15-24) के 18 फीसदी सीएजीआर से कम है। लेकिन हमारे विचार से यह मूल्यांकन में अच्छी तरह से परिलक्षित होता है। शेयर अब 1 साल के आगे के आधार पर 10 गुना ईवी/एबिटा पर कारोबार कर रहा है जो इसके दीर्घकालिक औसत के अनुरूप है।
हालांकि रिपोर्ट में खुदरा क्षेत्र में नरमी की ओर इशारा किया गया है जो कुछ और तिमाहियों तक जारी रह सकती है। लेकिन उसका मानना है कि एक बार जब आरआईएल की स्वयं सहायता वाली पहल दिखाई देने लगेंगी तो इसमें तेजी आ सकती है। एक दिन पहले जेपी मॉर्गन ने भी अपनी रिपोर्ट में बताया था कि रिलायंस रिटेल सामान्य खुदरा मंदी और विशिष्ट कंपनी पुनर्गठन से प्रभावित हुई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि खुदरा नरमी अगले कुछ तिमाहियों तक जारी रह सकती है और हमने अपने अनुमान घटा दिए हैं जो वित्त वर्ष 25-27 ई के दौरान औसत समेकित एबिटा में ~1 फीसदी की कटौती है।
सिटी को उम्मीद है कि ओ2सी और तेल व गैस दोनों से आरआईएल की ऊर्जा आय को कमजोर रुपये से फायदा होगा भले ही एफआईआई की लगातार बिकवाली ने लार्ज कैप को नीचे खींच लिया हो। इसमें कहा गया है कि रिफाइनिंग में सुधार, नई ऊर्जा योगदान पर बेहतर स्पष्टता, क्रमिक खुदरा बहाली और वैल्यू अनलॉकिंग पर स्पष्टता प्रमुख उत्प्रेरक हैं। जियो के लिए सिटी ने एक साल आगे का एबिटा सीएजीआर 24 फीसदी रहने का अनुमान जताया है।