नई दिल्ली: क्रेडिट रेटिंग एजेंसी फिच ने अडानी ग्रुप के कुछ बॉन्ड्स को नेगेटिव वॉच में डाला है। अमेरिका के अभियोजकों ने अडानी ग्रुप के कुछ अधिकारियों पर रिश्वतखोरी का आरोप लगाया है। इसके बाद फिच ने यह कदम उठाया है। इससे मंगलवार को ग्रुप के शेयरों में 8% तक की गिरावट आई। अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयरों में सबसे अधिक गिरावट देखी गई। यह कारोबार के दौरान 8% गिरकर 52 सप्ताह के निचले स्तर 893 रुपये पर आ गया। अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस और अडानी टोटल गैस में भी क्रमशः लगभग 5% और 3% की महत्वपूर्ण गिरावट देखी गई। इस बीच, अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पोर्ट्स, अडानी पावर और अडानी विल्मर के शेयरों में 2% से 3% के बीच की गिरावट आई।फिच ने कहा कि अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड, अडानी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई और अडानी पोर्ट्स और स्पेशल इकोनॉमिक जोन के कुछ रुपये और डॉलर बॉन्ड अब वॉच नेगेटिव पर हैं। एजेंसी ने कहा कि अडानी की चार सहायक कंपनियों के सीनियर अनसिक्योर्ड डॉलर बॉन्ड की रेटिंग को स्थिर से घटाकर नेगेटिव कर दिया गया है। फिच ने कहा कि वह अडानी की वित्तीय स्थिति पर किसी भी प्रभाव के लिए अमेरिकी जांच की निगरानी करेगा। विशेष रूप से निकट-से-मध्यम अवधि के वित्तपोषण तक पहुंच में किसी भी तरह की गिरावट शामिल हैं।
बॉन्ड में गिरावट
इस बीच, फ्रांसीसी दिग्गज तेल कंपनी टोटलएनर्जीज ने अडानी ग्रुप ने अपने निवेश को रोकने की बात कही है। अमेरिकी अभियोजकों ने अडानी ग्रुप के फाउंडर गौतम अडानी और सात अन्य पर बिजली आपूर्ति के सौदे हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को 265 मिलियन डॉलर की रिश्वत देने का आरोप लगाया है। अडानी ग्रुप ने कहा है कि इन आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है। अडानी के डॉलर बॉन्ड मंगलवार को स्थिर रहे और तीन दिनों की भारी गिरावट के बाद कीमतों में थोड़ी वृद्धि हुई। अमेरिका में अभियोग की खबर के बाद से इनमें करीब 8-12 सेंट गिरावट आई है।