Market Next Week: बेंचमार्क इंडेक्सेस में उछाल आया। सेंसेक्स 1,961.32 अंक या 2.54 प्रतिशत बढ़ा। जबकि निफ्टी 557.40 अंक या 2.39 प्रतिशत ऊपर था। यह पांच महीनों में उनकी सबसे बड़ी एक दिवसीय रैली है। 22 नवंबर को भारतीय बाज़ारों में 2 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई। ये पांच महीनों में बजार की सबसे मजबूत बढ़त है। हालांकि कई हफ्तों के तीव्र गिरावट के बाद क्या यह रिवर्सल मंदी के अंत का संकेत दे रहा है या यह सिर्फ एक अस्थायी राहत है? इस एक्सपर्ट्स का कहना है कि करेक्शन अभी खत्म नहीं हुआ है। उनका मानना है कि मौजूदा रैली मुख्य रूप से ताजा खरीदारी के बजाय शॉर्ट-कवरिंग से प्रेरित है। इससे पता चलता है कि बाजार में गिरावट का रुझान अभी भी जारी रह सकता है।
बेंचमार्क इंडेक्सेस में उछाल आया। सेंसेक्स 1,961.32 अंक या 2.54 प्रतिशत बढ़ा। जबकि निफ्टी 557.35 अंक या 2.39 प्रतिशत ऊपर नजर आया। यह पांच महीनों में उनकी सबसे बड़ी एक दिवसीय रैली है।
ताजा खरीदारी की बजाय ओवरसोल्ड स्थितियों के कारण
Gemstone Equity Research and Advisory Services के संस्थापक मिलन वैष्णव ने कहा, बाजार हाल ही में अत्यधिक विस्तार के बाद मार्केट लगभग 24,300 के अपने 50-वीक मूविंग एवरेज तक गिर गया। इसने ताजा खरीदारी की बजाय ओवरसोल्ड स्थितियों के कारण टेक्निकल रीबाउंड दिखाया।
हालांकि उन्होंने कहा कि 24,000-24,100 पर एक मजबूत रेजिस्टेंस व्यापक गिरावट को बरकरार रखते हुए आगे की बढ़त को सीमित कर सकता है। भले ही हालिया उछाल अस्थायी प्रतीत हो रहा है। यहां शॉर्ट कवरिंग नजर आई है। लेकिन अभी तक ये स्पष्ट नहीं है कि बाजार स्थिर हो गया है या इसे मजबूत सपोर्ट मिल गया है। फिलहाल ऐसा लग रहा है कि करेक्शन अभी भी जारी रह सकता है। ऐसा वैष्णव ने कहा।
India Vix 0.67 प्रतिशत बढ़कर 16.10 पर पहुंच गया। ये इंडेक्स बाजार में वोलैटिलिटी में वृद्धि का संकेत दे रहा है।
Capitalmind के संस्थापक और सीईओ दीपक शेनॉय ने कहा, बाजार बहुत अस्थिर है और सेंटीमेंट फिलहाल कमजोर है।
गिरावट में खरीदारी का अच्छा मौका- फंड मैनेजर की राय
SBICAPS सिक्योरिटीज के सुदीप शाह ने कहा कि हाल ही में, बाजार 23,300-23,400 के स्तर के आसपास बहुत वोलैटाइल रहा है। यहां से बाजार बहुत ऊपर और बहुत नीचे जाता हुआ नजर आया है। इस तरह के मूवमेंट से अक्सर पता चलता है कि बाजार में गिरावट आ सकती है। एक महत्वपूर्ण गिरावट के बाद बाजार एक मजबूत सपोर्ट बनाने की कोशिश में नजर आ सकता है।
हालांकि कुछ फंड मैनेजरों का यह भी मानना है कि अगर गिरावट जारी रही तो यह खरीदारी का अच्छा मौका हो सकता है।
रिस्क रिवार्ड रेशियो हुआ आकर्षक
Alchemy Capital के आलोक अग्रवाल ने कहा, “MSCI India Index इस समय 12 महीने के फॉरवर्ड पीई रेशियो के मामले में MSIE World Index पर सिर्फ 10 प्रतिशत प्रीमियम पर कारोबार कर रहा है। अगर हम कोविड वर्ष को हटा दें तो यह पिछले सात वर्षों में सबसे कम है। ये 10 वर्ष के एवरेज 27 प्रतिशत प्रीमियम से भी काफी कम है।”
उन्होंने कहा कि हाल ही में जीएसटी, जीडीपी, रिजल्ट और कैपेक्स के आंकड़े कमजोर थे। पिछले छह हफ्तों में करेक्शन के बाद, रिस्क रिवार्ड रेशियो आकर्षक हो गया है। लिहाजा हर गिरावट पर खरीदारी की जानी चाहिए।
कुछ स्पेशल सेक्टर पर रखें नजर
हालांकि कुछ सेक्टर्स में वैल्यूएशन में सार्थक करेक्शन देखा गया है। फिर भी इनमें आक्रामक खरीदारी की गारंटी नहीं दे सकते हैं। Capitalmind Research के कृष्णा अप्पाला ने कहा कि विशेष सेक्टर्स और व्यापक थीम्स जैसे कि अर्बनाइजेशन, इंफ्रास्ट्रक्चर और कंजम्पशन में लंबे समय में ग्रोथ की संभावनाएं बन रहीं हैं।
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। stock market news की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।)