अदाणी ग्रुप ने रिश्वत मामले में अमेरिका में अपने खिलाफ चल रही जांच के बारे में उस घटना के एक साल बाद खुलासा किया, जब फेडरल ब्यूरो ऑफ इनवेस्टिगेशन (FBI) के एजेंट्स ने सागर अदाणी के ठिकानों पर छापा मारा था है। सागर अदाणी, अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी के भतीजे हैं। मनीकंट्रोल की एनालिसिस में यह बात सामने आई है।
अदाणी ग्रीन ने मार्च 2024 में इंटरनेशनल इनवेस्टर्स को बॉन्ड जारी कर 40.9 करोड़ डॉलर जुटाए थे। इसके लिए कंपनी ने ऑफर डॉक्युमेंट फाइल किया था, जिसमें इस जांच का जिक्र किया था। हालांकि, डिस्क्लोजर में भी इसने प्रमोटर्स के खिलाफ संभावित जांच का कोई संकेत नहीं दिया था। सागर अदाणी, अदाणी ग्रीन के बोर्ड मेंबर और अहम मैनेजेरियल पर्सनल (KMP) हैं।
मार्च 2024 के डिस्क्लोजर में बताया गया था, ‘इसके अलावा, अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड, भारत में इसके ऑपरेशंस और प्रोजेक्ट्स, अधिकारी और एग्जिक्यूटिव पर अमेरिका में भ्रष्टाचार विरोधी कानून के तहत जांच चल रही है। जांच शुरू होने, इसके पूरा होने या इसके नतीजे की टाइमिंग और परिणाम के बारे में कुछ भी भविष्यवाणी करना संभव नहीं है।’
अमेरिकी डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस (DOJ) ने गौतम अदाणी, सागर अदाणी और अन्य के खिलाफ 20 नवंबर को अभियोग जारी किया था। इसमें आरोप लगाया गया था कि इन लोगों ने कुछ भारतीय अधिकारियों को रिश्वत देकर अमेरिकी भ्रष्टाचार निरोध कानून का उल्लंघन किया है। अदाणी ग्रुप ने इस सिलसिले में 21 को जारी बयान में इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है।
बयान में कहा गया है, ‘ जैसा कि अमेरिकी डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस द्वारा खुद स्वीकार किया गया है, ये महज आरोप हैं और प्रतिवादी जब तक दोषी साबित नहीं हो जाते, तब तक उन्हें निर्दोष माना जाएगा। इस मामले में सभी कानूनी विकल्पों पर विचार किया जाएगा।’