Adani Group Stocks: ग्लोबल रेटिंग एजेंसी S&P ने अदाणी ग्रुप की तीन कंपनियों पर अपने रेटिंग आउटलुक को घटाकर नेगेटिव कर दिया है। इनमें अदाणी पोर्ट्स एंड एसईजेड लिमिटेड (Adani Ports and SEZ), अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL RG2) और अदाणी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई लिमिटेड (Adani Electricity Mumbai) शामिल हैं। S&P ने यह कार्रवाई अदाणी ग्रुप के फाउंडर्स गौतम अदाणी और उनके दो बोर्ड मेंबर्स पर एक अमेरिकी अदालत में रिश्वतखोरी का आरोप लगाए जाने के बाद की है। रेटिंग एजेंसी ने कहा कि इन आरोपों के चलते अदाणी ग्रुप की फंडिंग, कैश फ्लो और गवर्नेंस पर बुरा असर पड़ सकता है।
अमेरिकी प्रॉजिक्यूटर्स ने गौतम अदाणी और 2 अन्य बोर्ड मेंबर पर भारत में सोलर कॉन्ट्रैक्ट्स पाने के लिए करीब 25 करोड़ डॉलर (लगभग 2,100 करोड़ रुपये) की कथित रिश्वत देने का आरोप लगाया है।
S&P ग्लोबल ने अदाणी पोर्ट्स और अदाणी इलेक्ट्रिसिटी पर अपनी ‘BBB-’ की मौजूदा रेटिंग्स को बरकरार रखा है। साथ ही अदाणी ग्रीन एनर्जी (AGEL RG2) की रेटिंग को भी ‘BB+’ पर पॉजिटिव किया है। हालांकि उसने इन तीनों कंपनियों के लिए अपने आउटलुक को नेगेटिव कर दिया है। S&P ग्लोबल ने कहा कि अगर अदाणी ग्रुप के खिलाफ लगे आरोप सही साबित हुए या निवेशकों का भरोसा टूट गया, तो अदामी ग्रुप की फंडिंग, कैश फ्लो और गवर्नेंस पर बुरा असर पड़ सकता है।
रेटिंग एजेंसी ने यह भी चेतावनी दी कि अदाणी ग्रुप की फंडिंग की सुविधा बाधित हो सकती है और उधार लेने की लागत बढ़ सकती है। बैंक और बॉन्ड मार्केट के निवेशक ग्रुप के लेवल पर एक्सपोजर लिमिट लगा सकते हैं। ये लिमिट Adani Enterprises, Adani Green और अन्य कंपनियों की फंडिंग पर असर डाल सकती है। हालांकि, अभी के लिए इन कंपनियों पर कोई बड़ा कर्ज भुगतान का दबाव नहीं है, लेकिन उनकी ग्रोथ और रिफाइनेंसिंग जरूरतें नियमित फंडिंग पर निर्भर करती हैं।
S&P ने कहा कि ये आरोप अदाणी ग्रुप के गवर्नेंस प्रैक्टिस और साख (reputation) को लेकर नए सवाल खड़े कर सकते हैं। इससे पहले जनवरी 2023 में हिंडनबर्ग रिसर्च ने भी अपनी एक रिपोर्ट में अदाणी ग्रुप के गवर्नेंस प्रैक्टिस पर सवाल उठाए थे, जिसके बाद ग्रुप को भारतीय सुप्रीम कोर्ट और SEBI की जांच का सामना करना पड़ा था।
S&P ने यह भी कहा कि अगर ये आरोप सही साबित होते हैं, तो ग्रुप के गवर्नेंस को लेकर और सख्त रेटिंग कटौती हो सकती है। अदाणी ग्रुप की ग्रोथ प्लान्स और रिफाइनेंसिंग पूरी तरह निवेशकों के भरोसे पर निर्भर हैं।
इससे पहले 21 नवंबर को अदाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई थी, जिससे इसका कुल मार्केट कैप 2.2 लाख करोड़ रुपये तक घट गया था। सबसे अधिक गिरावट अदाणी एंटरप्राइजेज में देखने को मिली थी, जो 23% तक लुढ़ककर बंद हुआ था। अदानी ग्रुप के इंटरनेशनल बॉन्ड्स में भी रिकॉर्ड गिरावट देखने को मिली थी।