Rekha Jhunjhunwala Portfolio: शेयर बाजार के दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला के निधन के बाद अब उनके पोर्टफोलियो को उनकी पत्नी रेखा झुनझुनवाला करती हैं। शेयर बाजार में आई हालिया गिरावट का असर उनके पोर्टफोलियो पर भी पड़ा है। सेंसेक्स और निफ्टी में जहां सितंबर तिमाही खत्म होने के बाद से 8-9 फीसदी की गिरावट आई है। वहीं रेखा झुनझुनवाला का पोर्टफोलियो करीब 13 फीसदी तक गिर चुका है।
गुरुवार 21 नवंबर तक के आंकड़ों के मुताबिक, रेखा झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो की कुल वैल्यू 48,165.59 करोड़ रुपये थी। जबकि सितंबर तिमाही के अंत में इसकी वैल्यू करीब 55095.88 करोड़ रुपये थी। इस तरह सितंबर तिमाही के बाद से अबतक उनके पोर्टफोलियो में करीब 6,930.29 करोड़ रुपये या 12.6 फीसदी की गिरावट आ चुकी है।
झुनझुनवाला का जिन 5 शेयरों में सबसे अधिक होल्डिंग्स हैं, उनमें किसी ने भी सितंबर तिमाही के बाद से अब तक पॉजिटिव रिटर्न नहीं दिया है। इनमें टाइटन, कोनार्ड बायोटेक, स्टार हेल्थ एंड अलायड इंश्योरेंस, टाटा मोटर्स और मेट्रो ब्रांड्स शामिल है। इन शेयरों में सितंबर तिमाही के बाद से 6 से 24 फीसदी तक की गिरावट आई है।
टाइटन कंपनी लिमिटेड में झुनझुनवाला की 5.1% या 14,741 करोड़ रुपये की हिस्सेदारी है। 30 सितंबर के बाद से अब तक इस शेयर में 15.80% की गिरावट आई है। इस गिरावट का मुख्य कारण कंपनी के दूसरी तिमाही (Q2) के कमजोर नतीजे माने जा रहे हैं। टाइटन की ज्वैलरी सेगमेंट के मार्जिन उम्मीद से कम रहे और कंपनी ने वित्त वर्ष 25 के लिए मार्जिन गाइडेंस में 1 फीसदी की कटौती की है। गोल्डमैन सैक्स और जेफरीज जैसी ब्रोकरेज कंपनियों का मानना है कि कस्टम ड्यूटी में कटौती से ज्वैलरी की बिक्री को बढ़ावा मिला, लेकिन इससे मार्जिन में गिरावट आई है।
टाटा मोटर्स (Tata Motors)
टाटा मोटर्स में झुनझुनवाला परिवार की 1.3% हिस्सेदारी है। 30 सितंबर के बाद से यह शेयर करीब 20% तक गिर चुका हैं। कंपनी की ब्रिटिश सब्सिडियरी कंपनी जगुआर लैंड रोवर (JLR) ने FY25 के लिए अपने EBIT मार्जिन गाइडेंस को 8.5% पर बनाए रखा है। लेकिन फ्री कैश फ्लो (FCF) गाइडेंस को 1.8 अरब पाउंड से घटाकर 1.3 अरब पाउंड कर दिया। ऐसा माना जा रहा है कि कंपनी ने अधिक कैपेक्स के चलते ऐसा किया है। इनक्रेड इक्विटीज ने कहा कि बेहतर प्रोडक्ट मिक्स के बावजूद, कमजोर औसत बिक्री मूल्य (ASP), घटते ग्रॉस मार्जिन और बढ़ता मार्केटिंग खर्च चिंता का विषय हैं।
स्टार हेल्थ एंड एलाइड इंश्योरेंस (Star Health and Allied Insurance)
स्टार हेल्थ के शेयरों में 24% की गिरावट आई है। इसके सितंबर तिमाही के नतीजों में क्लेम रेशियो में 4.10 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई। ऐसा मानसून के लंबे सीजन, गंभीर बीमारियों के बढ़ते मामलों और ग्रुप बिजनेस में बढ़ी हिस्सेदारी के कारण हुआ। एनालिस्ट्स का मानना है कि कंपनी का स्केल बढ़ने से एक्सपेंश रेशियो में कमी आ सकती है। हालांकि यह इसके प्रोडक्ट की प्राइसिंग और प्रोडक्ट मिक्स पर निर्भर करेगा। मोतीलाल ओसवाल ने इसे 630 रुपये के टारगेट के साथ खरीदने की सलाह दी है।