वेदांता एल्युमीनियम (Vedanta Aluminium) ने पब्लिक सेक्टर की गैस कंपनी गेल (इंडिया) के साथ समझौता किया है। यह समझौता कंपनी के ओड़िशा में झारसुगुड़ा स्थित स्मेलटर यूनिट के लिए नेचुरल गैस की सप्लाई को लेकर है। देश की प्रमुख एल्युमीनियम उत्पादक कंपनी ने गेल (इंडिया) की सब्सिडियरी कंपनी गेल गैस लिमिटेड के साथ गैस बिक्री समझौता किया है। वेदांता के शेयर 19 नवंबर को 0.87 फीसदी की गिरावट के साथ 443.25 रुपये के भाव पर बंद हुए हैं। कंपनी का मार्केट कैप 1.73 लाख करोड़ रुपये है।
वेदांता एल्युमीनियम ने बुधवार को बयान में कहा कि प्राकृतिक गैस में यह बदलाव अगले साल के अंत तक चालू होने की संभावना है। इससे कार्बन उत्सर्जन में सालाना लगभग 47,292 टन की कमी आने का अनुमान है।
बयान के अनुसार, वेदांता दोहरी रणनीति लागू करके 2050 तक शुद्ध रूप से जीरो कार्बन उत्सर्जन हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस दोहरी रणनीति में रिन्यूएबल एनर्जी के उपयोग को बढ़ाना और अधिक पेड़ लगाकर ‘कार्बन सिंक’ बनाना यानी कार्बन का अवशोषण करना शामिल है।
वेदांता की गैर-कार्यकारी निदेशक और हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड की चेयरपर्सन प्रिया अग्रवाल हेब्बार ने कहा, ‘‘गेल गैस लिमिटेड के साथ हमारी साझेदारी कार्बन उत्सर्जन को कम करने और स्वच्छ ऊर्जा समाधान अपनाने की हमारी प्रतिबद्धता को दिखाता है।’’
गेल गैस लिमिटेड हर दिन लगभग 32,000 मानक घन मीटर प्राकृतिक गैस की सप्लाई के लिए 7.5 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन स्थापित करेगी। इसकी कॉन्ट्रैक्ट अवधि पाइपलाइन चालू होने पर पांच साल की होगी। वेदांता एल्युमीनियम ने वित्त वर्ष 2023-24 में 23.7 लाख टन एल्युमीनियम का उत्पादन किया।