कई बार अचानक पैसे की जरूरत पड़ जाती है। आम तौर पर हम किसी दोस्त या रिश्तेदार से उधार नहीं मांगना चाहते। फिर हमारे पास पर्सनल लोन, टॉप-अप होम लोन और गोल्ड लोन का विकल्प बचता है। इनमें से हर लोन के अपने फायदे और नुकसान हैं। किसी व्यक्ति के लिए पर्सनल लोन लेना फायदेमंद हो सकता है। किसी दूसरे व्यक्ति के लिए गोल्ड लोन सही हो सकता है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
टॉप-अप होम लोन
टॉप-अप होम लोन (Top-Up Home Loan) में व्यक्ति पहले से चल रहे अपने हम लोन पर नया लोन लेते है। दूसरे लोन के मुकाबले इसका इंटरेस्ट रेट कम होता है। बैंक लोन के रीपेमेंट के लिए भी पर्याप्त समय देते हैं। इस फंड का इस्तेमाल घर के रेनोवेशन, एजुकेशन या किसी मेडिकल इमर्जेंसी के लिए किया जा सकता है। टॉप-अप होम लोन सिर्फ उन लोगों के लिए उपलब्ध है, जिनका पहले से होम लोन चल रहा है। अगर किसी व्यक्ति ने बैंक से होम लोन नहीं लिया है तो वह टॉप-अप होम लोन नहीं ले सकता।
गोल्ड लोन
गोल्ड लोन सबसे आसानी से मिलने वाला लोन है। बैंक या एनबीएफसी गोल्ड लोन ऑफर करते हैं। आम तौर पर गोल्ड की वैल्यू का 75 फीसदी तक लोन के रूप में दिया जाता है। अगर व्यक्ति लोन का पैसा चुकाने में नाकाम रहता है तो बैंक सोना जब्त कर लेता है। चूंकि, बैंक या एनबीएफसी अपने पास जमा ग्राहक के गोल्ड पर लोन देते हैं, जिससे उनका पैसा डूबने का खतरा नहीं के बराबर होता है। यह एक तरह से सेक्योर्ड लोन है। इस वजह से बैंक और एनबीएफसी गोल्ड लोन देने में ज्यादा दिलचस्पी दिखाते हैं।
पर्सनल लोन
पर्सनल लोन में बैंक या एनबीएफसी के पास कोई एसेट गिरवी नहीं रखना पड़ता है। आजकल बैंक और एनबीएफसी पर्सनल लोन के एप्लिकेशन फटाफट एप्रूव कर देते हैं। इससे व्यक्ति के बैंक अकाउंट में तुरंत लोन का पैसा आ जाता है। अगर आपके पास क्रेडिट कार्ड है तो बैंक क्रेडिट कार्ड पर भी पर्सनल लोन ऑफर करते हैं। पर्सनल लोन का इंटरेस्ट रेट दूसरे लोन के मुकाबले ज्यादा होता है।
क्या है एक्सपर्ट की राय?
एक्सपर्ट्स का कहना है कि छोटे अमाउंट के लोन के लिए गोल्ड को बैंक के पास गिरवी रखने से बचना चाहिए। गोल्ड ऐसा एसेट है, जिसका इस्तेमाल तब किया जाना चाहिए जब आपके पास दूसरा कोई रास्ता नहीं बचा हो। अगर आपका किसी बैंक में पहले से होम लोन चल रहा है तो सबसे पहले उस पर टॉप-अप होम लोन लेना ठीक रहेगा। यह लोन आपको आसानी से मिल जाएगा और इसका इंटरेस्ट रेट भी ज्यादा नहीं होता है। अगर होम लोन नहीं चल रहा है तो फिर पर्सनल लोन लेने के बारे में सोचा जा सकता है।