Interglobe Aviation Share Price: आज मंगलवार 19 नवंबर को इंटरग्लोब एविएशन (Interglobe Aviation) और स्पाइसजेट (SpiceJet) के शेयरों में 3 प्रतिशत का उछाल आया। पहली बार एक ही दिन में घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या 5 लाख को पार करने के बाद दोनों शेयरों में अच्छी तेजी नजर आई। त्योहारी और शादी के मौसम के बीच यह उछाल आया। इसकी वजह ये रही कि 17 नवंबर को एयरलाइंस ने 5 लाख से अधिक यात्रियों को सफर कराया। जबकि फ्लाइट डिपार्चर संख्या 3,173 रही। आज दोपहर 1 बजे को दौरान इंटरग्लोब एविएशन का शेयर 2.98 प्रतिशत चढ़कर 4094.65 रुपये के स्तर पर कारोबार करता नजर आया।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बताया नया माइलस्टोन
एक ‘X’ पोस्ट में, नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इस ऐतिहासिक माइलस्टोन की सराहना की। “17 नवंबर, 2024 को, भारतीय विमानन विभाग ने एक ऐतिहासिक माइलस्टोन हासिल किया। इस एक ही दिन में 5,05,412 घरेलू यात्रियों ने उड़ान भरी। ये संख्या उल्लेखनीय 5-लाख यात्री सीमा को पार कर गई। यह इस सेक्टर की तीव्र वृद्धि और हवाई यात्रा के प्रति भारतीयों के बढ़ते विश्वास और विश्वसनीयता को दर्शाती है।”
डीजीसीए (DGCA) के अनुसार, सितंबर में इंडिगो की बाजार हिस्सेदारी बढ़कर 63 प्रतिशत हो गई। जबकि एयर इंडिया की हिस्सेदारी 15 प्रतिशत, अकासा एयर की हिस्सेदारी 4.4 प्रतिशत और स्पाइसजेट की हिस्सेदारी 2 प्रतिशत तक गिर गई। सितंबर में घरेलू हवाई यात्री ट्रैफिक 6 प्रतिशत बढ़कर 1.3 करोड़ हो गया। दूसरी ओर, घरेलू कैरियर ने 1.22 करोड़ यात्रियों की तुलना में 1.30 करोड़ यात्रियों को उड़ाया। जो साल-दर-साल 6.38 प्रतिशत अधिक है।
गोल्डमैन सैक्स ने Interglobe Aviation पर दी बाय रेटिंग
हाल के एक नोट में, गोल्डमैन सैक्स ने इंडिगो पर “खरीदें” रेटिंग बनाए रखी है। उन्होंने इसका 4,800 रुपये प्रति शेयर का लक्ष्य मूल्य दिया। अक्टूबर या नवंबर में हवाई यातायात वृद्धि 10 प्रतिशत/11 प्रतिशत रही। इंडिगो का PLFs पिछले साल के 85.6 प्रतिशत के मुकाबले 90 प्रतिशत रहा।
उन्होंने आगे कहा, “हालांकि घरेलू यातायात वृद्धि में सुधार और उच्च पीएलएफ को देखते हुए यील्ड साल-दर-साल कम हो रहा है। लेकिन गाइडेंस में बढ़ोतरी हो सकती है।”
नतीजों की बात करें तो दूसरी तिमाही में, इंडिगो (IndiGo) को 986 रुपये का शुद्ध घाटा हुआ जबकि पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी को 189 करोड़ रुपये के शुद्ध मुनाफा हुआ था। यह मुख्य रूप से बढ़ते ईंधन खर्च और ग्राउंडिंग की रिकॉर्ड संख्या के कारण हुआ। हालांकि कम लागत वाली एयरलाइन का ऑपरेशंस से रेवन्यू Q2FY25 में 13.6 प्रतिशत बढ़कर 16,969.6 करोड़ रुपये हो गया।
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