Market Trade setup: उतार-चढ़ाव का सामना करने के बाद निफ्टी 50 इंडेक्स मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ और 14 नवंबर को 200-डे ईएमए (एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज) से थोड़ा नीचे 23,542 पर बंद हुआ। बाजार में लगातार छठे सत्र में गिरावट देखने को मिली थी। वीकली बेसिस पर भी निफ्टी में 2.55 फीसदी की कमजोरी रही थी। वर्तमान मंदी की भावना को देखते हुए लगता है कि अगर निफ्टी निर्णायक रूप से 200-डे ईएमए से नीचे चला जाता है तो 23,200 (जो 50-वीक ईएमए के साथ मेल खाता है) अगला अहम स्तर होगा जिस पर नज़र रखनी होगी। बाजार जानकारों का कहना है कि रिवर्सल की स्थिति में, निफ्टी को 23,600-23,800 के जोन में रजिस्टेंस का सामना करना पड़ सकता है।
यहां आपको कुछ ऐसे आंकड़े दे रहे हैं जिनके आधार पर आपको मुनाफे वाले सौदे पकड़ने में आसानी होगी।
Nifty के लिए की सपोर्ट और रजिस्टेंस लेवल
पिवट प्वांइट पर आधारित सपोर्ट : 23,638, 23,683 और 23,756
पिवट प्वांइट पर आधारित रजिस्टेंस : 23,491, 23,446 और 23,373
बैंक निफ्टी
पिवट पॉइंट्स पर आधारित रजिस्टेंस: 50,465, 50,612 और 50,849
पिवट पॉइंट्स पर आधारित सपोर्ट: 49,989, 49,842 और 49,605
फिबोनैचि रिट्रेसमेंट पर आधारित रजिस्टेंस: 50,980, 51,651
फिबोनैचि रिट्रेसमेंट पर आधारित सपोर्ट: 49,273, 47,877
निफ्टी कॉल ऑप्शन डेटा
वीकली बेसिस पर 23,600 की स्ट्राइक पर 1.04 करोड़ कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम कॉल ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा।
निफ्टी पुट ऑप्शन डेटा
23,500 की स्ट्राइक पर 2.6 करोड़ कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम पुट ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम सपोर्ट लेवल का काम करेगा।
बैंक निफ्टी कॉल ऑप्शन डेटा
बैंक निफ्टी में 52,000 की स्ट्राइक पर 17.86 लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम कॉल ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा।
बैंक निफ्टी पुट ऑप्शन डेटा
49,500 की स्ट्राइक पर 18.04 लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम पुट ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा।
एफआईआई और डीआईआई फंड फ्लो
पिछले कुछ दिनों का तेजी के बाद वोलैटिलिटी में कमी आई है, लेकिन वोलैटिलिटी का उच्च स्तर तेजड़ियों के लिए सावधानी का संकेत है। इंडिया VIX (फीयर इंडेक्स) 15.44 से 4.28 फीसदी गिरकर 14.78 पर आ गया।
हाई डिलिवरी ट्रेड
यहां वे स्टॉक दिए गए हैं जिनमें डिलीवरी ट्रेड का सबसे बड़ा हिस्सा देखने को मिला। डिलीवरी का बड़ा हिस्सा स्टॉक में निवेशको (ट्रेडिंग के विपरीत) की रुचि को दर्शाता है।
38 स्टॉक्स में दिखा लॉन्ग बिल्ड-अप
ओपन इंटरेस्ट में बढ़त के साथ ही कीमतों में भी होने वाली बढ़त से आमतौर पर लॉन्ग पोजीशन बनने का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 38 शेयरों में लॉन्ग बिल्ड-अप देखने को मिला।
44 स्टॉक्स में दिखी लॉन्ग अनवाइंडिंग
ओपन इंटरेस्ट में गिरावट के साथ ही कीमतों में भी होने वाली गिरावट से आमतौर पर लॉन्ग अनवाइंडिंग का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 44 शेयरों में सबसे ज्यादा लॉन्ग लॉन्ग अनवाइंडिंग देखने को मिली।
45 स्टॉक्स में दिखा शॉर्ट बिल्ड-अप
ओपन इंटरेस्ट में बढ़त के साथ ही कीमतों में भी होने वाली गिरावट से आमतौर पर शॉर्ट बिल्ड-अप का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 45 शेयरों में सबसे ज्यादा शॉर्ट बिल्ड-अप देखने को मिला।
54 स्टॉक्स में दिखी शॉर्ट कवरिंग
ओपन इंटरेस्ट में गिरावट के साथ ही कीमतों में होने वाली बढ़त से आमतौर पर शॉर्ट कवरिंग का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 54 शेयरों में सबसे ज्यादा शॉर्ट कवरिंग देखने को मिली।
पुट कॉल रेशियो
बाजार के मूड को दर्शाने वाला निफ्टी पुट-कॉल रेशियो 14 नवंबर को बढ़कर 0.88 पर रहा जो पिछले कारोबारी दिन 0.70 के स्तर पर था। गौरतलब है कि 0.7 से ऊपर या 1 को पार पीसीआर का जाना आम तौर पर तेजी की भावना का संकेत माना जाता है। जबकि 0.7 से नीचे या 0.5 की ओर गिरने वाला अनुपात मंदी की भावना का संकेत होता है।
F&O बैन के अंतर्गत आने वाले स्टॉक
F&O सेगमेंट के अंतर्गत प्रतिबंधित प्रतिभूतियों में वे कंपनियां शामिल होती हैं, जिनके डेरिवेटिव अनुबंध मार्केट वाइड पोजीशन लिमिट के 95 फीसदी से ज्यादा हो जाती हैं।
एफएंडओ प्रतिबंध में नए शामिल स्टॉक: कोई नहीं।
एफएंडओ प्रतिबंध में पहले से शामिल स्टॉक: आरती इंडस्ट्रीज, आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल, जीएनएफसी, ग्रैन्यूल्स इंडिया, हिंदुस्तान कॉपर।
एफएंडओ प्रतिबंध से हटाए गए स्टॉक: कोई नहीं
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