सबसे बड़ी वाहन कलपुर्जा कंपनी संवर्द्धन मदरसन इंटरनैशनल का शेयर पिछले महीने के दौरान करीब 23 प्रतिशत गिर गया। इस गिरावट की मुख्य वजह सितंबर तिमाही के अनुमान से कमजोर परिणाम रहे। सितंबर तिमाही में सुस्त परिचालन प्रदर्शन की वजह से कंपनी का शेयर पिछले कुछ कारोबारी सत्रों के दौरान 8 प्रतिशत से ज्यादा गिर चुका है।
कंपनी का परिचालन मुनाफा मार्जिन तिमाही आधार पर 80 आधार अंक तक घटकर 8.8 प्रतिशत रह गया और यह बाजार अनुमान के मुकाबले कमजोर रहा। बदलते मौसमी कारणों के अलावा कमजोर लाभप्रदता का कारण वैश्विक यात्री वाहन क्षेत्र में मंदी और इलेक्ट्रिक वाहनों की धीमी वृद्धि भी थी।
कंपनी ने अपने प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया। इस दौरान हलके वाहनों के वैश्विक उद्योग पर 5 प्रतिशत तक का दबाव पड़ा। जहां हल्के वाहनों के लिए मांग का माहौल सुस्त है, वहीं कंपनी के प्रति वाहन कंटेंट को प्रीमियम और हाइब्रिड जैसे कारक बढ़ा रहे हैं जो इसके पावरट्रेन-एग्नोस्टिक वाहन पोर्टफोलियो के लिहाज से अनुकूल हैं। इसके अलावा विस्तार से जुड़ी पहलों ने भी कंपनी के समग्र वित्तीय प्रदर्शन में योगदान देना शुरू कर दिया है।
राजस्व वृद्धि को समर्थनउसकी मौजूदा ऑर्डर बुक से मिल सकता है। उसके पास 88 अरब डॉलर के ऑर्डर हैं। वित्त वर्ष 2024 में 84 अरब डॉलर के ऑर्डर थे। इन ऑर्डर को अगले पांच वर्षों में पूरा किया जाएगा। संपूर्ण ऑर्डर बुक में करीब 24 प्रतिशत इलेक्ट्रिक वाहनों से संबंधित है।
सुस्त मांग के माहौल को देखते हुए ब्रोकरों ने अगले दो वर्षों के लिए अपने आय अनुमान 6 से 9 प्रतिशत तक घटा दिए हैं। कोटक सिक्योरिटीज का मानना है कि यात्री और वाणिज्यिक वाहन सेगमेंटों की मांग में नरमी की वजह से वैश्विक वाहन निर्माताओं ने मार्जिन कम किया है।
इससे संवर्द्धन मदरसन के मार्जिन पर नकारात्मक दबाव पड़ेगा। हालांकि मौसमी कारकों, फंसी हुई परियोजनाओं में तेजी, मजबूत मार्जिन और कामकाजी पूंजी की स्थिति सामान्य रहने से दूसरी छमाही में कंपनी का प्रदर्शन मजबूत रहने की संभावना है। उसने संकेत दिया कि विभिन्न चुनौतियों के बावजूद नियोजित पूंजी पर इसका प्रतिफल बेहतर हुआ है और वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में यह 17.3 प्रतिशत रहा जबकि वित्त वर्ष 2024 में यह 16.9 प्रतिशत था।
इलारा सिक्योरिटीज के जय काले ने वित्त वर्ष 2026/2027 के लिए आय अनुमान 9 प्रतिशत तक घटा दिए हैं और उनकी नजर कंपनी के आगामी अधिग्रहणों पर है जिनके लिए कंपनी ने क्यूआईपी के जरिये 6,500 करोड़ रुपये जुटाए हैं। उनका कहना है कि इसके अलावा कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स वर्टिकल में सुधार से मूल्यांकन को मदद मिल सकती है।
कई ब्रोकर मध्यावधि से दीर्घावधि में कंपनी के परिदृश्य पर सकारात्मक हैं। मोतीलाल ओसवाल के अनिकेत म्हात्रे के नेतृत्व में विश्लेषकों को उम्मीद है कि कंपनी वैश्विक ऑटोमोबाइल बिक्री में बेहतर प्रदर्शन जारी रखेगी। इसकी वजह प्रीमियमाइजेशन और इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनानान, ऑटो और गैर-ऑटो दोनों में मजबूत पुराने ऑर्डर और हाल में किए गए अधिग्रहणों का सफल एकीकरण है।
कोटक सिक्योरिटीज के ऋषि वोरा और प्रवीण पोरेड्डी का भी मानना है कि कंपनी मध्यावधि के दौरान यात्री वाहनों में प्रति वाहन कंटेंट में वृद्धि, विलय अधिग्रहण सौदों और प्रीमियमाइजेशन, वाहन निर्माताओं के साथ मजबूत संबंध का लाभ उठाने की स्थिति में है।