Neelam Linens IPO Listing: डिस्काउंट रिटेल स्टोर्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स को बेडशीट और टॉवेल इत्यादि सप्लाई करने वाली नीलम लाइनेंस के शेयरों की आज NSE SME पर धांसू एंट्री हुई। हालांकि बिकवाली के माहौल में शेयर टूटकर लोअर सर्किट पर आ गए। इसके आईपीओ को बिकवाली के माहौल में भी 91 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 24 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज NSE SME पर इसकी 24.05 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 66.87 फीसदी का लिस्टिंग गेन (Neelam Linens and Garments Listing Gain) मिला। हालांकि आईपीओ निवेशकों की खुशी थोड़ी ही देर में फीकी हो गई जब शेयर टूट गए। टूटकर यह 38.05 रुपये (Neelam Linens Share Price) के लोअर सर्किट पर आ गया हालांकि आईपीओ निवेशक अब भी 58.54 फीसदी मुनाफे में हैं।
Neelam Linens and Garments IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस
नीलम लाइनेंस एंड गारमेंट्स का ₹13 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 8-12 नवंबर तक खुला था। बिकवाली के माहौल में भी इस आईपीओ को निवेशकों का शानदार रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 91.97 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 15.40 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 273.47 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 57.82 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 54.18 लाख नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी एंब्रॉयडरी मशीनों की खरीदारी, कर्ज चुकाने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
Neelam Linens and Garments के बारे में
वर्ष 2010 में बनी नीलम लाइनेंस एंड गारमेंट्स (इंडिया) बेडशीट, तकिए के खोल, टॉवेल, रग्स, शर्ट और बाकी कपड़े बनाती है। यह अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में डिस्काउंट रिटेल स्टोर्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स को भी अपने प्रोडक्ट सप्लाई करती है। इसके अलावा यह लाइसेंस मार्केट में है जिसके तहत यह निर्यातकों से लाइसेंस खरीदती है और फिर उसे इंपोर्टर्स को बेचती है जिसके प्राइस डिफरेंस से यह मार्जिन कमाती है। इसकी ग्राहक यूएस पोलो असाइन, बिग लॉट्स और 99 सेंट्स समेत एमेजॉन, मीशो और विजय सेल्स इत्यादि हैं।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2021 में इसे 41.53 लाख रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2022 में तेजी से उछलकर 2.99 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। हालांकि अगले वित्त वर्ष 2023 में मुनाफा गिरकर 2.38 करोड़ रुपये पर आ गया जो वित्त वर्ष 2024 में 2.46 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू भी उठा-पटक के साथ सालाना 5 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 104.74 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। चालू वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो पहली तिमाही अप्रैल-जून 2024 में इसे 80.46 लाख रुपये का शुद्ध मुनाफा और 21.95 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है।