Stock markets : कारोबारी हफ्ते के पहले दिन बाजार में बिकवाली देखने को मिली है। IT इंडेक्स 2 फीसदी से ज्यादा फिसला है। ऑयल एंड गैस इंडेक्स में भी गिरावट देखने को मिली है। वहीं, मेटल इंडेक्स इंडेक्स में 2 फीसदी से ज्यादा की तेजी आई है। ऑटो और रियल्टी इंडेक्स भी बढ़त पर बंद हुए हैं। निफ्टी बैंक और मिडकैप में हल्की तेजी देखने को मिली है। सेंसेक्स 241 अंक गिरकर 77,339 पर बंद हुआ है। निफ्टी 79 अंक गिरकर 23,454 पर बंद हुआ है। निफ्टी बैंक 184 अंक चढ़कर 50,363 पर बंद हुआ है। मिडकैप 2 अंक चढ़कर 54,045 पर बंद हुआ है। सेंसेक्स के 30 में से 16 शेयरों में गिरावट रही। वहीं, निफ्टी के 50 में से 29 शेयरों में गिरावट देखने को मिली। निफ्टी बैंक के 12 में से 9 शेयरों में तेजी रही। वहीं, रुपया बिना किसी बदलाव के 84.39 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ है।
कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी रिसर्च हेड श्रीकांत चौहान का कहना है कि बेंचमार्क इंडेक्सों में कमजोरी जारी रही, निफ्टी 79 अंक नीचे बंद हुआ जबकि सेंसेक्स 241 अंक गिरकर बंद हुआ। अलग-अलग सेक्टरों की बात करें तो मेटल इंडेक्स ने बेहतर प्रदर्शन किया। इसमें 1.80 फीसदी से ज्यादा की तेजी आई जबकि आईटी इंडेक्स में सबसे अधिक 2 फीसदी की गिरावट आई।
तकनीकी रूप से देखें तो एक बार फिर से बाजार में ऊपरी स्तरों से बिकवाली का दबाव देखने को मिला है। डेली चार्ट पर, इसने बियरिश कैंडल बनाई है और वर्तमान में यह 200 डे के एसएमए (सिंपल मूविंग एवरेज) से नीचे कारोबार कर रहा है जो काफी हद तक निगेटिव है।
श्रीकांत चौहान का मानना है कि मौजूदा बाजार की बनावट कमजोर है, लेकिन यह ओवरसोल्ड है। ऐसे में इसमें मौजूदा स्तरों से एक पुलबैक रैली की उम्मीद दिख रही। अब इंट्रा डे में निफ्टी में ट्रेडरों के लिए 23350 पर और सेंसेक्स में 776950 पर सपोर्ट दिख रहा है। अगर बाजार इन लेवल्स के ऊपर टिका रहता है तो निफ्टी में ऊपर की तरफ 23600 और सेंसेक्स में 78000 तक का उछाल देखने को मिल सकता है। इसके आगे भी तेजी जारी रह सकती है जो निफ्टी को 23700 और सेंसेक्स को 78200 तक ले जा सकती है। दूसरी ओर, निफ्टी में 23350 और सेंसेक्स में 76950 का स्तर टूटने के बाद नई बिकवाली देखने को मिल सकती है। ऐसा होने पर निफ्टी नीचे की तरफ 23200-23175 और सेंसेक्स में 76500-76400 तक फिसल सकता है।
मेहता इक्विटीज के प्रशांत तापसे का कहना है कि इक्विटी बाजार में लगातार सातवें सत्र में मंदी का माहौल बना रहा। आईटी, तेल एवं गैस तथा टेलीकॉम शेयरों में कमजोरी के कारण बाजार में मंदी रही। हालांकि, बैंकिंग, मेटल, ऑटो तथा एफएमसीजी शेयरों में तेजी ने बेंचमार्क इंडेक्सों को निचले स्तरों से उबरने में मदद की। जबकि भारतीय इक्विटी बाजारों में पिछले एक महीने से ज्यादा समय से एफआईआई लगातार पैसे निकाल रहे हैं। अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में उछाल और दूसरी तिमाही के कमजोर नतीजों से निवेशकों में अनिश्चितता पैदा हो रही है।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के विनोद नायर का कहना है कि बाजार में आज भी कंसोलीडेशन जारी रहा। अर्निंग ग्रोथ में मंदी और बढ़ती महंगाई के कारण कमजोर रुपये ने सेंटीमेंट को प्रभावित किया। दिसंबर में फेड दर में कटौती की उम्मीद कम होने के कारण आज आईटी शेयरों में भारी गिरावट हुई। दरों में कटौती होने में देरी या कमी होने से बीएफएसआई सेगमेंट के खर्च में होने वाली बढ़त में देरी हो सकती है। दूसरी ओर चीन द्वारा एल्युमीनियम और तांबे पर कर छूट कम करने के फैसले के बाद मेटल शेयरों में कुछ तेजी आई।
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