संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में लिस्टेड शेयरों की कुल वैल्यू पहली बार 1 लाख करोड़ डॉलर से भी ज्यादा हो गई है। इसकी मुख्य वजह स्थानीय लिस्टिंग में तेजी और अबू धाबी रॉयल से जुड़े फर्मों के शेयरों की वैल्यू में बढ़ोतरी है। इसके साथ ही UAE मार्केट की कुल वैल्यू मिलान या मैड्रिड के मार्केट से ज्यादा हो गई है। संयुक्त अरब अमीरात के मार्केट में दुबई और अबू धाबी के एक्सचेंज शामिल हैं।
बहरहाल, सऊदी अरब के मार्केट की वैल्यू 3 लाख करोड़ डॉलर से भी ज्यादा है, जबकि संयुक्त अरब अमीरात की वैल्यू ज्यादातर इमर्जिंग मार्केट्स के मुकाबले बड़ी है। हालांकि, भारत और चीन जैसे इमर्जिंग मार्केट्स की वैल्यू संयुक्त अरब अमीरात की वैल्यू से ज्यादा है। इस 1 लाख करोड़ डॉलर के लक्ष्य को हासिल करने में शेख तहनून बिन जायद अल नाहयन से जुड़ी कंपनियों की अहम भूमिका रही।
द रॉयल- अबू धाबी का डिप्टी रूलर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ग्लोबल बिजनेस में एक अहम नाम के तौर पर उभरकर सामने आया है और इसके पास 1.5 लाख करोड़ डॉलर का साम्राज्य है। इसमें इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी (IHC) भी शामिल है जिसके चेयरमैन शेख तहनून हैं और यह संयुक्त अरब अमीरात की सबसे बड़ी पब्लिक कंपनी है।
पिछले कुछ साल में IHC में 43,000% से भी ज्यादा की बढ़ोतरी देखने को मिली है और इसका मार्केट कैपिटल तकरीबन 250 अरब डॉलर हो गया है, जो एक्सचेंजों की कुल वैल्यू का एक चौथाई है। अबू धाबी के सूचकांकों के आंकड़ों के मुताबिक, IHC में स्थानीय लोगों की हिस्सेदारी 88 पर्सेंट है। कभी मछली पालन के कारोबार से जुड़ी यह कंपनी अब UAE की इकोनॉमी को डायवर्सिफाई कर रही है। कंपनी और इसकी इकाइयों ने एलॉन मस्क के स्पेसेक्स से लेकर संयुक्त अरब अमीरात के सबसे बड़े प्रॉपर्टी डिवेलपर में भी निवेश कर रखा है।