पिछले महीने हमने बताया था कि बेयरिश ट्रेंड जारी रह सकता है। 14 नवंबर को आई गिरावट को खरीदारी और निवेश के मौके के रूप में देखा जाना चाहिए। टेक्निकल चार्ट्स अक्सर ऐसे 90 फीसदी पार्टिसिपेंट्स के एक्शन और ट्रेंड का संकेत देते हैं, जिन्हें लॉस उठना पड़ता है। यही वजह है कि चार्टिस्ट कहते हैं कि दूसरे इनवेस्टर्स को उनकी सलाह से फायदा होता है, जबकि वे खुद पैसे नहीं बना सकते। इसके लिए किस्मत को जिम्मेदार ठहराना ठीक नहीं है।
निफ्टी में आ सकती है और 700 अंक की गिरावट
पहला सिद्धांत यह है कि कभी सपोर्ट का अनुमान नहीं लगाए, क्योंकि इससे बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है। मार्केट अक्सर ऐसे लेवल पर बॉटम बनाता है, जिसका अंदाजा किसी को नहीं होता। हमारा मानना है कि कीमतों में गिरावट का सिलसिला जारी रहेगा। इनवेस्टर्स और ट्रेडर्स का धैर्य चूक रहा है, जिससे बिकवाली का दबाव बढ़ रहा है। Nifty में यहां से और 700 अंक की गिरावट आ सकती है। करेंट पैटर्न को देखने से ऐसा लगता है कि शॉर्ट्स के लिए प्रॉफिट बुकिंग का टारगेट 23,300-22,850 के जोन में है। तेजी में ट्रेलिंग स्टॉप करीब 25,430 पर होगा।
हायर लेवल पर हो सकती है ओपनिंग
पहले तीन दिनों में अनवाइंडिंग दिख सकती है। यह कंटेरेरियन आइडिया और रिवर्सल बेट के लिए मौका होगा। सेंटिमेंट और प्राइसेज लगातार नए निचले स्तर बना रहे हैं। 18 नवंबर को हायर लेवल पर ओपनिंग दिख सकती है। निफ्टी में बड़ा मूवमेंट में देखने को मिल सकता है। ऐसे में बड़े निगेटिव या पॉजिटिव क्लोज की उम्मीद की जा सकती है। हालांकि, पॉजिटिव क्लोजिंग की संभावना ज्यादा दिख रही है। टेक्नोलॉजी स्टॉक्स में अच्छी दिलचस्पी दिख सकती है। STBT के संकेत दिख रहे हैं।
19 नवंबर को शुरुआती 30 मिनट अहम होंगे
19 नवंबर को निगेटिव सेंटिमेंट दिख सकता है। यह बुल्स के लिए ट्रैप साबित हो सकता है। अभी सेंटिमेंट खराब है। कारोबार के शुरुआत 30 मिनट काफी अहम होंगे। निगेविट ओपनिंग का मतलब है कि मार्केट में बड़ी गिरावट आ सकती है। अगर ओपनिंग पॉजिटिव रहती है तो क्लोजिंग भी पॉजिटिव रह सकता है। BTST की रणनीति अपनाई जा सकती है। 20 नवंबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की वजह से मार्केट बंद रहेगा।
दिख सकता है बड़ा मूवमेंट
21 नवंबर को अगर ओपननिंग फ्लैट से निगेटिव के बीच रहती है तो इसके पॉजिटिव माना जाना चाहिए। इस हफ्ते मार्केट के बॉटम छू लेन की उम्मीद की जा सकती है। मार्केट में बड़ा मूवमेंट दिख सकती है। रिवर्सल प्वाइंट को ट्रेड करना मुश्किल होगा। कंटेरेरियन बॉटम फिशिंग पर विचार किया जा सकता है। लेकिन, इससे पहले अच्छा फंडामेंटल रिसर्च जरूरी है।