उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने शनिवार को जिला मजिस्ट्रेट को झांसी के महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज में उनके पहुंचने से पहले सड़क पर उनके स्वागत के लिए चूने का पाउडर डालने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया। पाठक घटना के बाद मेडिकल कॉलेज में आग लगने से मारे गए नवजात शिशुओं के परिवारों से मुलाकात करने पहुंचे थे। मेडिकल कॉलेज के बच्चों के वार्ड में लगी आग में कम से कम 10 बच्चों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव के साथ पाठक झांसी पहुंचे।
पाठक ने एक वीडियो मैसेज में कहा, ”मेरे झांसी मेडिकल कॉलेज पहुंचने से पहले कोई व्यक्ति सड़क किनारे चूना पाउडर बिछा रहा था, जो बहुत दुखद है। मैं इसकी निंदा करता हूं और, मैं जिलाधिकारी से कहूंगा कि उस व्यक्ति की पहचान करें, जिसने यह काम कराया है और उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। मैं इसे कभी स्वीकार नहीं करूंगा।”
Uttar Pradesh Deputy Chief Minister Brajesh Pathak issues clarification over VVIP arrangements which were made for him before his visit to Jhansi where 10 NEWBORNS died after the NICU ward was swept by fire https://t.co/xB3j6N11dK pic.twitter.com/AkcKDPrZOQ
— Saurabh Sharma (TRAVEL. REPORT. REPEAT) (@saurabhsherry) November 16, 2024
उत्तर प्रदेश सरकार के एक बयान में कहा गया है कि घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पाठक और प्रमुख स्वास्थ्य सचिव को मौके पर भेजा।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में कुछ कार्यकर्ता किसी VIP मूवमेंट के लिए सड़क पर चूने के पाउडर से निशान बनाते दिख रहे हैं। इस दुखद घटना में 16 बच्चे घायल हो गए और जिंदगी और मौत से जूझ रहे थे।
जिला मजिस्ट्रेट अविनाश कुमार ने कहा कि नियोनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट (NICU) में शुक्रवार रात करीब 10.45 बजे आग लगी और शायद बिजली के शॉर्ट सर्किट के कारण ये हुआ।
जो बच्चे NICU के बाहरी हिस्से में थे, उन्हें बचा लिया गया, साथ ही उनमें से कुछ को जो अंदर थे, उन्हें भी बचा लिया गया।
सरकारी मेडिकल कॉलेज ने 1968 में सेवाएं शुरू कीं और यह उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र के सबसे बड़े सरकारी अस्पतालों में से एक है।