Aditya Birla Group: आदित्य बिड़ला ग्रुप ने मुख्य रूप से मैन्युफैक्चरिंग स्पेस में करीब 20 अरब डॉलर का निवेश किया है। कंपनी अपने सेक्टर में टॉप दो कंपनियों में शामिल होने की ओर बढ़ रही है। कंपनी के एक सीनियर अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट में आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन के एम बिड़ला ने कहा कि ग्रुप ने कारोबार बढ़ाने के लिए हिंडाल्को द्वारा नोवेलिस के अधिग्रहण सहित कई कठिन निर्णय लिए हैं और अगले 10 वर्षों में सीमेंट कारोबार को 10 करोड़ टन से बढ़ाकर 20 करोड़ टन करने का लक्ष्य रखा है।
उन्होंने कहा कि ग्रुप के अधिकांश निवेश लॉन्ग टर्म के लिए हैं, जिनका बिजनेस आउटलुक अगले 15-20 वर्षों का है, जबकि कंज्यूमर बिजनेस की अवधि कम है। उन्होंने कहा, ‘‘हम हर उस बिजनेस में टॉप एक या दो बनना चाहते हैं, जिसमें हम हैं या शामिल होने जा रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि कंपनी ने 36 वर्षों में 10 करोड़ टन सीमेंट क्षमता का निर्माण किया है, लेकिन अगले पांच वर्षों में इसे 15 करोड़ टन और अगले 10 वर्षों में 20 करोड़ टन तक बढ़ाया जाएगा।
बिड़ला ने यह भी बताया कि हिंडाल्को ने स्केल को बढ़ाने के लिए 6 बिलियन डॉलर में नोवेलिस का अधिग्रहण किया। उन्होंने कहा, “वास्तव में, मैंने एक कंपनी (नोवेलिस) का अधिग्रहण किया जो बहुत बड़ी थी…शेयर में गिरावट आई, निवेशकों ने हमें छोड़ दिया। वापसी में लगभग एक साल लग गया। कोई भी प्रोफेशनल CEO जिसने यह निर्णय लिया होता, उसे बर्खास्त कर दिया जाता क्योंकि उस समय ऐसा करना गलत लगता था।
बिरला ने कहा, “मुझे लगता है कि एक प्रमोटर के रूप में, मेरे पास न केवल तिमाहियों, बल्कि वर्षों से आगे देखने का विशेष अधिकार और इच्छा थी। इसलिए, लंबे समय तक बिजनेस चलाना हमारे लिए एक कल्चर है।”