सरकारी कंपनी NTPC की सब्सिडियरी कंपनी NTPC ग्रीन एनर्जी लिमिटेड का IPO 19 नवंबर यानी मंगलवार को ओपन होगा। निवेशक इस पब्लिक इश्यू के लिए 22 नवंबर तक बिडिंग कर सकेंगे। 27 नवंबर को कंपनी के शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर लिस्ट होंगे।
इस इश्यू के जरिए कंपनी ₹10,000 करोड़ रुपए जुटाना चाहती है। इसके लिए NTPC ग्रीन एनर्जी पूरे ₹10,000 करोड़ के 925,925,926 फ्रेश शेयर इश्यू कर रही है। कंपनी के मौजूदा निवेशक एक भी शेयर नहीं बेच रहे हैं।
अगर आप भी इसमें पैसा लगाने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपको बता रहे हैं कि आप इसमें कितना निवेश कर सकते हैं।
मिनिमम और मैक्सिमम कितना पैसा लगा सकते हैं?
NTPC ग्रीन एनर्जी ने IPO का प्राइस बैंड ₹102 से ₹108 प्रति शेयर तय किया है। रिटेल निवेशक मिनिमम एक लॉट यानी 138 शेयर्स के लिए बोली लगा सकते हैं। यदि आप IPO के अपर प्राइज बैंड ₹108 के हिसाब से 1 लॉट के लिए अप्लाय करते हैं, तो इसके लिए ₹14,904 लगाने होंगे।
वहीं, मैक्सिमम 13 लॉट यानी 1794 शेयर्स के लिए रिटेल निवेशक अप्लाय कर सकते हैं। इसके लिए निवेशकों को अपर प्राइज बैंड के हिसाब से ₹193,752 इन्वेस्ट करने होंगे।
इश्यू का 10% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व
कंपनी ने इश्यू का 75% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए रिजर्व रखा है। इसके अलावा 10% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स और बाकी का 15% हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) के लिए रिजर्व है।
रिन्यूएबल पावर प्रोजेक्ट्स का पोर्टफोलियो डेवलप करती है कंपनी
NTPC ग्रीन एनर्जी यूटिलिटीस्केल रिन्यूएबल पावर प्रोजेक्ट्स का पोर्टफोलियो डेवलप करती है। कंपनी आईपीओ से हासिल पैसों में से 7500 करोड़ रुपए का इस्तेमाल अपनी सहायक कंपनी एनटीपीसी रिन्यूएबल एनर्जी (NREL) के कर्ज को चुकाने के लिए करेगी।
बाकी अमाउंट को सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल करने का प्लान है। NREL पर जुलाई 2024 तक कंसोलिडेटेड बेसिस पर 16,235 करोड़ रुपए की उधारी थी। NTPC को पहले नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन के नाम से जाना जाता था। इसकी स्थापित क्षमता 76 गीगावाट से अधिक है, जो इसे भारत की सबसे बड़ी इंटीग्रेटेड पावर कंपनी बनाती है।
IPO क्या होता है?
जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर्स को आम लोगों के लिए जारी करती है तो इसे इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO कहते हैं। कंपनी को कारोबार बढ़ाने के लिए पैसे की जरूरत होती है। ऐसे में कंपनी बाजार से कर्ज लेने के बजाय कुछ शेयर पब्लिक को बेचकर या नए शेयर इश्यू करके पैसा जुटाती है। इसी के लिए कंपनी IPO लाती है।