फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) ने 15 नवंबर को कहा कि इस साल 42 दिनों की त्यौहारी अवधि के दौरान वाहनों की रिटेल बिक्री में 11.76 फीसदी की बढ़त हुई है। इस दौरान होने वाली बिक्री पिछले साल की समान अवधि के 38.37 लाख इकाइयों के मुकाबले 43 लाख इकाई तक पहुंच गई। ग्रामीण क्षेत्रों में मजबूत मांग के कारण दोपहिया वाहनों की बिक्री में बढ़त हुई है। ऑटो रिटेल संगठन का दावा है कि बिक्री में यह उछाल त्यौहारी सीजन के दौरान ऑटोमोबाइल बाजार में सकारात्मक रुझान का संकेत है।
42 दिनों के त्यौहारी अवधि (नवरात्रि के पहले दिन से धनतेरस के 15 दिन बाद तक) के खुदरा बिक्री पर बात करते हुए, FADA के प्रेसीडेंट, सी.एस. विघ्नेश्वर ने कहा, “हमको नवरात्रि की शुरुआत से ही बिक्री आंकड़ों में तेज बढ़त देखने को मिली। इस दौरान हुई बिक्री हमारे अनुमान के मुताबिक रही है। इस अवधि के दौरान रजिस्टर हुए वाहनों की संख्या में काफी बढ़त हुई है। इसमें ग्रामीण इलाकों की मांग में हुए बढ़त का अहम योगदान है।”
FADA के मुताबिक त्योहारी सीजन के दौरान, ऑटोमोटिव इंडस्ट्री के विभिन्न सेगमेंटो में अच्छी ग्रोथ देखने को मिली है। दोपहिया-तिपहिया, कमर्शियल व्हीकल (CV) और पैसेंजर वाहन (PV) बिक्री में 13.79 फीसदी ,1.02 फीसदी और 7.10 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। हालांकि ट्रैक्टर सेगमेंट की बिक्री में 1.64 फीसदी की मामूली गिरावट रही है और ये 85,216 इकाई पर है रही।
उन्होंने आगे कहा “उम्मीद के मुताबिक पैसेंजर वाहनों ने एक सुस्त दौर के बाद वापसी की है। त्यौहारी सीजन में पैसेंजर वाहनों की बिक्री में 7.1 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। इस अवधि में 6.03 लाख पैसेंजर वाहनों की बिक्री हुई। पेंट-अप डिमांड और बाजार में उपलब्ध अभूतपूर्व छूटों के कारण पैसेंजर वाहनों की बिक्री में तेजी आई। इन उपलब्धियों का जश्न मनाते हुए हम ये भी मानते हैं कि यदि दक्षिण भारत, विशेष रूप से बेंगलुरु और तमिलनाडु में बेमौसम भारी बारिश और ओडिशा को प्रभावित करने वाले चक्रवात दाना का कहर नहीं होता तो हम 45 लाख यूनिट्स के अपने लक्ष्य को पूरी तरह से प्राप्त कर सकते थे या उसके भी पार जा सकते थे।”
त्योहारों के खत्म होने के साथ ही, FADA का अनुमान है कि पैसेंजर वाहनों स्टॉक का स्तर अक्टूबर में बताए गए स्तर से और कम हो जाएगा। हालांकि, इसने यह भी कहा कि इन्वेंट्री की पूरी तस्वीर महीने के अंत तक सामने आ जाएगी।
विग्नेश्वर ने आगे कहा, “कैलेंडर वर्ष समाप्त होने में 1.5 महीने बाकी हैं। FADA ने OEM से 2024 के स्टॉक को खत्म करने पर ध्यान फोकस करने का आग्रह किया है ताकि डीलर FADA द्वारा मान्य 21 दिनों की आदर्श इन्वेंट्री के साथ 2025 में प्रवेश कर सकें।”
आगे की संभावनाओं पर FADA का कहना है कि ऑटो इंडस्ट्री को अभी भी बुनियादी ढांचे पर होने वाले खर्च को सरकार के प्रोत्साहन से पूरा लाभ नहीं मिला है। सरकार अगर इंफ्रा पर होने वाला खर्च बढ़ाएगी तो वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री को बढ़ावा मिलेगा। विग्नेश्वर ने आगे कहा कि आगे ट्रैक्टर बिक्री में बढ़त की उम्मीद है। अच्छी बारिश और फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में सरकार द्वारा की गई बढ़त से किसानों के हाथों में ज्यादा पैसा आएगा।”