उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक (Ujjivan Small Finance Bank) ने अपने करीब 270 करोड़ रुपये के बैड लोन को बेचने का फैसला किया है। बैंक ने शुक्रवार 15 नवंबर को कहा उसके बोर्ड ने नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (NPA) और बट्टे खाते में डाले गए लोन को एक एसेट कंस्ट्रक्शन कंपनी (ARC) को बेचने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। बैंक ने स्टॉक एक्सचेंजों को भेजी एक सूचना में कहाकि वह 270 करोड़ रुपये के माइक्रोबैंकिंग पूल में से 207.98 करोड़ रुपये के एनपीए बेचेगा और 62.36 करोड़ रुपये बट्टे खाते में डालेगा।
बैंक ने कहा कि उसने इस पूल साइज पर करीब 85.61% का कुल प्रोविजन रखा है। उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक ने कहा, “जब प्रस्तावित सौदा पूरा हो जाएगा तो हम अलग से इसकी सूचना देंगे।”
बैंक यह कदम ऐसे समय में उठा रहा है, जब वह यूनिवर्सल बैकिंग लाइसेंस हासिल करने की योजना बना रहा है। बैंक के मैनेजमेंट ने हाल ही में कहा था कि वह मार्च 2025 से पहले यूनिवर्सल बैकिंग लाइसेंस के लिए आवेदन करेंगे। मैनेजिंग डायरेक्टर संजीव नौटियाल ने हाल ही में एक अंग्रेजी अखबार दिए इंटरव्यू में इस योजना के बारे में बात की।
उन्होंने कहा, “हम एक योजना पर काम कर रहे हैं और हमारा मानना है कि हम इस वित्त वर्ष के अंत भारतीय रिजर्व बैंक के पास आवेदन करने के लिए तैयार रहेंगे।”
उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस का हालिया सितंबर तिमाही में शुद्ध मुनाफा 29 फीसदी घटकर 233 करोड़ रुपये रहा, जो इसके पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 328 करोड़ रुपये रहा था। हालांकि बैंक की कुल इनकम इस दौरान बढ़कर 1,820 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 1,580 करोड़ रुपये रहा था।
बैंक ने बताया कि सितंबर तिमाही में उसके नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) में भी सुधार हुआ और यह बढ़कर 1,613 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। पिछले साल इसी तिमाही में बैंक का शुद्ध मुनाफा 1,391 करोड़ रुपये रहा था।
उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक के शेयर गुरुवार 14 नवंबर को एनएसई पर 0.38% की गिरावट के साथ 34 रुपये के भाव पर बंद हुए। इस साल अब तक बैंक के शेयरों में करीब 40.35 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। इसका मौजूदा मार्केट कैप करीब 6,570 करोड़ रुपये है।