महाराष्ट्र में बहुकोणीय मुकाबले के लिए माहौल तैयार है, जहां बीजेपी की अगुवाई वाला महायुति गठबंधन रोजगार के मोर्चे पर डबल इंजन सरकार के असर का प्रचार-प्रसार करने में जुटा है। अहम मंत्रालयों और महाराष्ट्र इकोनॉमिक सर्वे डेटा की तुलनात्मक स्टडी से संकेत मिल रहे हैं कि महाराष्ट्र में रोजगार की स्थिति और इनकम लेवल में लगातार सुधार हो रहा है और यह पूरे भारत के औसत से ऊपर है।
एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फड़नवीस की अगुवाई वाली डबल इंजन सरकार निवेश बढ़ाने, रोजगार के अवसर पैदा करने और इंफ्रास्ट्रक्चर डिवलेपमेंट को तेज करने की हरमुमकिन कोशिश में जुटी है। साल 2022 में एनडीए द्वारा सत्ता संभालने के बाद से महाराष्ट्र में अलग-अलग कार्यक्रमों और नीतियों के जरिये इंडस्ट्रियल ग्रोथ और रोजगार सृजन पर नए सिरे से फोकस देखने को मिला है।
2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए एनडीए सरकार ने महाराष्ट्र में 2030 का अपना प्लान पेश किया था, जिसमें निवेश को मजबूत करने, रोजगार को बढ़ावा देने, कौशल विकास से जुडे़ अवसरों को बढ़ाने, इंफ्रास्ट्रक्चर पर फोकस आदि की बात है। इसके तहत, इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए बड़े पैमाने पर पूंजीगत खर्च और जेम्स एंड ज्वैलर, फूड प्रोसेसिंग व टेक्सटाइल सेक्टर जैसे श्रम आधारित क्षेत्रों में ग्रोथ सरकार की प्राथमिकता है।
हाई टेक इमर्जिंग सेक्टरों में इंडस्ट्रियल डिवेलपमेंट का रास्ता तैयार करने और रोजगार बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने कुछ खास सेक्टरों की पहचान कर उन पर फोकस करने का फैसला किया है, मसलन इलेक्ट्रिकल व्हीकल (मैन्युफैक्चरिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर और सर्विसिंग), टेक्सटाइल मशीनरी मैन्युफैक्चरिंग, एग्रो फूड प्रोसिसंग, इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम डिजाइन, मैन्युफैक्चरिंग एंड सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन (FAB), स्पोर्ट्स एंड जिम इक्विटपमेंट मैन्युफैक्चरिंग आदि।
राज्य में एनडीए सरकार के दौरान रोजगार की स्थिति में महा विकास अघाड़ी (MVA)सरकार के मुकाबले काफी बेहतरी देखने को मिली। अगस्त 2022 में एनडीए सरकार द्वारा जिम्मेदारी संभालने के बाद सरकारी नौकरियों की संख्या में 123 पर्सेंट की बढ़ोतरी देखने को मिली। साल 2019-2022 के दौरान महा विकास अघाड़ी सरकार ने 25,782 सरकारी नौकरियों का सृजन किया, जबकि 2022-24 के दौरान राज्य स्तर पर तकरीबन 57,452 नौकरियां उपलब्ध कराई गईं।