इंडियन स्टॉक मार्केट में विदेशी निवेशकों की बिकवाली के बीच कोटक महिंद्रा एएमसी के एमडी नीलेश शाह ने बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि विदेशी निवेशकों को इंडियन मार्केट में फिर से शेयरों को खरीदने के लिए दोगुनी कीमत चुकानी पड़ेगी। इससे पहले ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल के रामदेव अग्रवाल ने भी यह बात कही। गौरतलब है कि विदेशी निवेशक अक्टूबर की शुरुआत से ही स्टॉक मार्केट में बिकवाली कर रहे हैं। वे अब तक 1.1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की बिकवाली कर चुके हैं। इसका असर मार्केट के सेंटिमेंट पर पड़ा है।
अब मामला पलट चुका है
सीएनबीसी-टीवी18 के ग्लोबल लीडरशिप समिट में 14 नवंबर को शाह ने कहा कि सीएनबीसी-टीवी18 शुरू होने से पहले वे निवेशकों के पास जाते थे और उन्हें भरोसा दिलाने की कोशिश करते थे कि यह सिर्फ एक करेक्शन है और बाजार में फिर से तेजी आएगी। लेकिन, सीएनबीसी-टीवी18 की शुरुआत के बाद से मामला उलटा हो गया है। उन्होंने कहा, “करेक्शन पर लोग हमारे पास आते हैं और हमसे कहते हैं कि नीलेश भाई डरना नहीं, हम पैसे भेज रहे हैं।”
अक्टूबर में सिप से 25000 करोड़ से ज्यादा निवेश
उन्होंने विदेशी निवेशकों की बिकवाली के बीच घरेलू निवेशकों की खरीदारी की तारीफ की। मार्केट में पिछले डेढ़ महीने से विदेशी निवेशकों की बिकवाली के बीच घरेलू निवेशकों का निवेश जारी है। अक्टूबर में SIP से होने वाला निवेश 25,000 करोड़ रुपये को पार कर गया। पहली बार सिप से निवेश इस लेवल पर पहुंचा है। विदेशी निवेशकों ने कैश मार्केट में अक्टूबर की शुरुआत से अबतक 1.1 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया है। अक्टूबर में करीब हर दिन उन्होंने बिकवाली की। लेकिन, उनकी बिकवाली का जवाब घरेलू निवेशकों ने अपनी खरीदारी से दिया।
विदेशी निवेशकों को दोगुना भाव चुकाना होगा
कोटक एएमसी के एमडी ने कहा, “आज ये बेच रहे हैं तो ये भाव है, सोचिए जब ये लेने आएंगे तो कौन से भाव पर लेकर जाएंगे। लगान फिल्म का एक डायलॉग है-दोगुना दाम देना पड़ेगा। हम भी वही डायलॉग दोहराएंगे।” निफ्टी सितंबर में 26,276 के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया था। तब से यह 10 फीसदी से ज्यादा गिर चुका है। दूसरे सूचकांक भी अपने लाइफ-टाइम हाई से काफी गिर चुके हैं। शाह ने यह भी कहा कि अभी मार्केट जिस लेवल पर है, उसमें हर गिरावट पर खरीदारी का मौका है।