Zomato share: भारतीय शेयर बाजार में भारी बिकवाली के बीच जोमैटो के शेयर भी दबाव में हैं। हालांकि, स्विगी की लिस्टिंग के बाद भी अधिकांश ब्रोकरेज फर्म जोमैटो के शेयरों पर पॉजिटिव बने हुए हैं। जोमैटो के शेयरों में आज 13 नवंबर को 0.94 फीसदी की गिरावट देखी गई और यह स्टॉक BSE पर 258.55 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। इसने 24 सितंबर 2024 को 298.20 रुपये के ऑल टाइम हाई को छू लिया था, हालांकि अब यह स्टॉक इस लेवल से 13 फीसदी से अधिक टूट चुका है। कंपनी का मार्केट कैप 2.28 लाख करोड़ रुपये है। बता दें कि इस शेयर ने अपने निवेशकों को पिछले एक साल में 111 फीसदी का मजबूत रिटर्न दिया है।
Zomato को 27 एनालिस्ट्स में से 24 ने दी Buy रेटिंग
जोमैटो पर कवरेज करने वाले 27 एनालिस्ट्स में से 24 ने इसे “Buy” रेटिंग दी है, जबकि अन्य तीन ने स्टॉक को बेचने के लिए कहा है। हालांकि, इनमें से दो ब्रोकरेज ऐसे हैं, जिन्होंने इस शेयर को लेकर बिल्कुल विपरीत राय दी है। इनमें से एक ब्रोकरेज का कहना है कि यह स्टॉक आने वाले समय में डबल हो जाएगा। वहीं, एक अन्य ब्रोकरेज का दावा है कि स्टॉक की कीमत मौजूदा लेवल से घटकर आधी हो जाएगी।
Zomato का शेयर डबल होगा या आधा?
मॉर्गन स्टेनली ने जोमैटो के शेयरों पर अपनी “ओवरवेट” रेटिंग बरकरार रखी और इसके टारगेट प्राइस को भी ₹278 से बढ़ाकर ₹355 कर दिया। CLSA के ₹370 के टारगेट बाद यह जोमैटो के लिए दूसरा सबसे अधिक टारगेट प्राइस है। ब्रोकरेज को उम्मीद है कि अगले तीन से चार सालों में जोमैटो संभावित रूप से डबल हो जाएगा।
भारत के खुदरा बाजार में क्विक कॉमर्स की बढ़ती हिस्सेदारी, फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स में मजबूत एग्जीक्यूशन, डीप बैलेंस शीट और 2030 तक एक बड़ा प्रॉफिट पूल के बीच मॉर्गन स्टेनली ने जोमैटो को “ओवरवेट” रेटिंग दी है। हाई कंपनटीशन के बावजूद मॉर्गन स्टेनली को उम्मीद है कि जोमैटो मार्केट लीडरशिप को बनाए रखेगा।
दूसरी तरफ, ब्रोकरेज फर्म मैक्वेरी (Macquarie) ने जोमैटो को ₹130 के टारगेट प्राइस के साथ “अंडरपरफॉर्म” रेटिंग दी है, जिसका मतलब है कि स्टॉक में करीब 50% की गिरावट की संभावना है। मैक्वेरी ने जोमैटो के अनुमानों में डाउनसाइड रिस्क को ध्यान में रखा है और इसके चलते फूड डिलीवरी एग्रीगेटर पर अपने अर्निंग अनुमानों में कटौती की है।
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।