Market Trade setup: पिछले कुछ सत्रों में वोलैटिलिटी बढ़ने के बाद निफ्टी में भारी गिरावट आई है। ग्लोबल मार्केट में कमजोरी के बीच 12 नवंबर को निफ्टी में एक फीसदी से अधिक की गिरावट आई। लॉन्ग बियरिश कैंडलस्टिक,लोअर लो फॉर्मेशन और कमजोर मोमेंटम इंडीकेटर बाजार के मेन ड्राइवर बन गए हैं। निफ्टी अब 23,800 के अहम सपोर्ट के करीब है। अगर निफ्टी निर्णायक रूप से इस लेवल को तोड़ता है तो संभावित बिकवाली का दबाव इंडेक्स को 23,500 तक नीचे ले जा सकता है। मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि निफ्टी के लिए 24,000-24,200 के जोन में रजिस्टेंस है।
यहां आपको कुछ ऐसे आंकड़े दे रहे हैं जिनके आधार पर आपको मुनाफे वाले सौदे पकड़ने में आसानी होगी।
Nifty के लिए की सपोर्ट और रजिस्टेंस लेवल
पिवट प्वांइट पर आधारित सपोर्ट : 23,834, 23,739 और 23,585
पिवट प्वांइट पर आधारित रजिस्टेंस : 24,142, 24,237 और 24,391
निफ्टी ने लगातार चौथे कारोबारी सत्र में एक लॉन्ग बियरिश कैंडलस्टिक पैटर्न का फॉर्मेशन किया। आरएसआई (रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स) और एमएसीडी (मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस डाइवर्जेंस) सहित दूसरे मोमेंटम इंडीकेटर निगेटिव क्रॉसओवर दिखा रहे हैं। साथ निफ्टी सभी अहम मूविंग एवरेज (200-डे ईएमए को छोड़कर) से नीचे रहा, जो बाजार में बढ़ती घबराहट का संकेत है।
बैंक निफ्टी
बैंक निफ्टी ने डेली चार्ट पर एक बड़ी बियरिश कैंडल बनाई है जो कमजोरी का संकेत देती है। लगातार चौथे दिन भी लोअर लो फॉर्मेशन जारी रहा है। इंडेक्स अब आरएसआई में निगेटिव क्रॉसओवर के साथ 20, 50 और 100 डे ईएमए से नीचे कारोबार कर रहा है। बैंक निफ्टी कल 719 अंक या 1.4 फीसदी गिरकर 51,158 पर आ गया।
पिवट पॉइंट्स पर आधारित रजिस्टेंस: 51,889, 52,163, और 52,607
पिवट पॉइंट्स पर आधारित सपोर्ट: 51,001, 50,726, और 50,282
फिबोनैचि रिट्रेसमेंट पर आधारित रजिस्टेंस: 52,353, 52,852
फिबोनैचि रिट्रेसमेंट पर आधारित सपोर्ट: 50,298, 49,303
निफ्टी कॉल ऑप्शन डेटा
वीकली बेसिस पर 24,500 की स्ट्राइक पर 99.2 लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम कॉल ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा।
निफ्टी पुट ऑप्शन डेटा
23,000 की स्ट्राइक पर 61.12 लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम पुट ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम सपोर्ट लेवल का काम करेगा।
बैंक निफ्टी कॉल ऑप्शन डेटा
बैंक निफ्टी में 52,500 की स्ट्राइक पर 47.42 लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम कॉल ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा।
बैंक निफ्टी पुट ऑप्शन डेटा
50,000 की स्ट्राइक पर 29.09 l लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम पुट ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा।
एफआईआई और डीआईआई फंड फ्लो
पिछले सत्रों की गिरावट के बाद वोलैटिलिटी थोड़ी बढ़ गई, जिससे तेजड़ियों के लिए परेशानी भी बढ़ गई। फीयर इंडेक्स इंडिया VIX 14.27 के स्तर से 2.24 प्रतिशत बढ़कर 14.59 पर पहुंच गया।
हाई डिलिवरी ट्रेड
यहां वे स्टॉक दिए गए हैं जिनमें डिलीवरी ट्रेड का सबसे बड़ा हिस्सा देखने को मिला। डिलीवरी का बड़ा हिस्सा स्टॉक में निवेशको (ट्रेडिंग के विपरीत) की रुचि को दर्शाता है।
9 स्टॉक्स में दिखा लॉन्ग बिल्ड-अप
ओपन इंटरेस्ट में बढ़त के साथ ही कीमतों में भी होने वाली बढ़त से आमतौर पर लॉन्ग पोजीशन बनने का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 9 शेयरों में लॉन्ग बिल्ड-अप देखने को मिला।
74 स्टॉक्स में दिखी लॉन्ग अनवाइंडिंग
ओपन इंटरेस्ट में गिरावट के साथ ही कीमतों में भी होने वाली गिरावट से आमतौर पर लॉन्ग अनवाइंडिंग का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 74 शेयरों में सबसे ज्यादा लॉन्ग लॉन्ग अनवाइंडिंग देखने को मिली।
81 स्टॉक्स में दिखा शॉर्ट बिल्ड-अप
ओपन इंटरेस्ट में बढ़त के साथ ही कीमतों में भी होने वाली गिरावट से आमतौर पर शॉर्ट बिल्ड-अप का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 81 शेयरों में सबसे ज्यादा शॉर्ट बिल्ड-अप देखने को मिला।
19 स्टॉक्स में दिखी शॉर्ट कवरिंग
ओपन इंटरेस्ट में गिरावट के साथ ही कीमतों में होने वाली बढ़त से आमतौर पर शॉर्ट कवरिंग का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 19 शेयरों में सबसे ज्यादा शॉर्ट कवरिंग देखने को मिली।
पुट कॉल रेशियो
बाजार के मूड को दर्शाने वाला निफ्टी पुट-कॉल रेशियो 12 नवंबर को गिरकर 0.72 पर आ गया जो पिछले दिन 0.91 के स्तर पर था। गौरतलब है कि 0.7 से ऊपर या 1 को पार पीसीआर का जाना आम तौर पर तेजी की भावना का संकेत माना जाता है। जबकि 0.7 से नीचे या 0.5 की ओर गिरने वाला अनुपात मंदी की भावना का संकेत होता है।
F&O बैन के अंतर्गत आने वाले स्टॉक
F&O सेगमेंट के अंतर्गत प्रतिबंधित प्रतिभूतियों में वे कंपनियां शामिल होती हैं, जिनके डेरिवेटिव अनुबंध मार्केट वाइड पोजीशन लिमिट के 95 फीसदी से ज्यादा हो जाती हैं।
एफएंडओ प्रतिबंध में नए शामिल स्टॉक : कोई नहीं
एफएंडओ प्रतिबंध में पहले से शामिल स्टॉक : आरती इंडस्ट्रीज, आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल, ग्रैन्यूल्स इंडिया, हिंदुस्तान कॉपर, मणप्पुरम फाइनेंस
एफएंडओ प्रतिबंध से हटाए गए स्टॉक : कोई नहीं
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