Greaves Cotton Stock Price: डायवर्सिफाइड इंजीनियरिंग कंपनी ग्रीव्स कॉटन के शेयरों में 13 नवंबर को इंट्राडे में 13 प्रतिशत की बड़ी गिरावट दिखाई दी। एक दिन पहले कंपनी ने जुलाई-सितंबर 2024 तिमाही के नतीजे जारी किए थे। तिमाही के दौरान कंपनी का शुद्ध कंसोलिडेटेड घाटा सालाना आधार पर 96 प्रतिशत गिरकर 14.33 करोड़ रुपये रह गया। एक साल पहले घाटा 374.59 करोड़ रुपये था। सितंबर 2024 तिमाही में ऑपरेशंस से कंसोलिडेटेड रेवेन्यू एक साल पहले के मुकाबले लगभग 3 प्रतिशत गिरावट के साथ 705.31 करोड़ रुपये पर आ गया। सितंबर 2023 तिमाही में रेवेन्यू 726.69 करोड़ रुपये था।
यह लगातार चौथा दिन है, जब ग्रीव्स कॉटन के शेयर में गिरावट है। शेयर 13 नवंबर को बीएसई पर सुबह लाल निशान में 177.05 रुपये पर खुला। इसके बाद पिछले बंद भाव से 13.6 प्रतिशत नीचे आया और 154.60 रुपये के लो तक गया। कंपनी का मार्केट कैप 3600 करोड़ रुपये पर आ गया है। शेयर पिछले एक सप्ताह में लगभग 18 प्रतिशत नीचे आ चुका है।
FY25 की पहली छमाही में रेवेन्यू बढ़ा
अप्रैल-सितंबर 2024 छमाही में कंपनी का शुद्ध कंसोलिडेटेड घाटा सालाना आधार पर 96 प्रतिशत गिरकर 14.49 करोड़ रुपये रह गया। एक साल पहले घाटा 399.52 करोड़ रुपये था। सितंबर 2024 छमाही में ऑपरेशंस से कंसोलिडेटेड रेवेन्यू एक साल पहले के मुकाबले लगभग 4 प्रतिशत वृद्धि के साथ 1,345.01 करोड़ रुपये हो गया। सितंबर 2023 छमाही में रेवेन्यू 1,295.28 करोड़ रुपये था।
ग्रीव्स कॉटन में सितंबर 2024 के आखिर तक प्रमोटर्स के पास 55.88 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। ग्रीव्स कॉटन लिमिटेड की चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर अखिला बालचंदर का कहना है, “वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही के हमारे नतीजे हमारी डायवर्सिफिकेशन स्ट्रैटेजी की मजबूती और हमारे कारोबारों में हमारे द्वारा बनाए जा रहे मोमेंटम को दर्शाते हैं।”
जुलाई-सितंबर 2024 तिमाही में कंपनी के खर्च 712.98 करोड़ रुपये के रहे, जो एक साल पहले 702.15 करोड़ रुपये के थे। अप्रैल-सितंबर 2024 छमाही में खर्च 1,354.38 करोड़ रुपये रहे, जो सितंबर 2023 छमाही में 1,302.69 करोड़ रुपये रहे थे।