ICC Champions Trophy: पाकिस्तान में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन को लेकर विवाद अभी भी बना हुआ है। बीसीसीआई ने सुरक्षा चिंताओं के कारण पाकिस्तान जाकर चैंपियंस ट्रॉफी खेलने से मना कर दिया है। भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने इस बारे में आधिकारिक तौर पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) को पत्र लिखा है।
वहीं आईसीसी अभी इस मामले पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहा है। इस बात की भी चर्चा हो रही है कि अगर पाकिस्तान टूर्नामेंट की मेजबानी करने से पीछे हटता है, तो आईसीसी पूरे टूर्नामेंट का आयोजन दक्षिण अफ्रीका में करवा सकती है।
पीसीबी को मिला आईसीसी का मेल
पीसीबी ने रविवार को पुष्टि की थी कि उसे आईसीसी की तरप से एक ईमेल मिला है, जिसमें बताया गया है कि भारत ने पड़ोसी देश की यात्रा करने से इनकार कर दिया है। इस घटनाक्रम से जुड़े एक सूत्र पीटीआई को बताया, ” पीसीबी जब तक चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी से पीछे हटने का फैसला नहीं करता, तब तक हाइब्रिड मॉडल के अनुसार भारत के मैच यूएई में और फाइनल मैच दुबई में आयोजित किया जाएगा। वहीं भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने आईसीसी से कहा है कि हाइब्रिड मॉडल उन्हें तभी स्वीकार्य है जब चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल मैच पाकिस्तान की जगह दुबई में हो।”
दक्षिण अफ्रीका में शिफ्ट हो सकता है पूरा टूर्नामेंट
पीटीआई सूत्र के हवाले से बताया है कि, “आईसीसी ने पीसीबी से कहा है कि अगर वह हाइब्रिड मॉडल पर इस मेगा इवेंट की मेजबानी करने का फैसला करता है तो उसे पूरी मेजबानी फीस और अधिकांश मैच उसको ही मिलेंगे।” पीटीआई की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि यदि पीसीबी बीसीसीआई के रुख के कारण टूर्नामेंट की मेजबानी से पीछे हटता है, तो आईसीसी पूरे टूर्नामेंट को दक्षिण अफ्रीका में शिफ्ट करने पर विचार करेगी।
पाकिस्तान चैंपियंस ट्रॉफी से हट सकता है पाकिस्तान!
पाकिस्तान के प्रमुख दैनिक डॉन की एक रिपोर्ट के अनुसार, अगर पाकिस्तान से मेजबानी के अधिकार छीना जाता है तो पाकिस्तान इस टूर्नामेंट से पूरी तरह से पीछे हट सकता है। इसमें यह भी बताया गया है कि इस मामले को पाकिस्तान सरकार के पास भेज दिया गया है। डॉन में एक सूत्र के हवाले से कहा गया है, “इस मामले में सरकार जिन विकल्पों पर विचार कर रही है, उनमें से एक विकल्प पीसीबी से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि पाकिस्तान चैंपियंस ट्रॉफी में भाग न ले। पाकिस्तान सरकार पीसीबी को यह भी निर्देश दे सकती है कि वह आईसीसी या एशियाई क्रिकेट परिषद के किसी भी टूर्नामेंट में भारत के खिलाफ खेलने से मना कर दे, जब तक कि दोनों देशों के बीच सरकारी स्तर पर मुद्दे सुलझ नहीं जाते है।”
शिफ्ट होने पर पाकिस्तान को होगा करोड़ों का नुकसान
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड क्या निर्णय लेता है। आईसीसी के इस नए प्रस्ताव के बाद यह संभावना बनती है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड हाईब्रिड मॉडल के लिए तैयार हो जाए। यदि टूर्नामेंट पूरी तरह से साउथ अफ्रीका में शिफ्ट होता है, तो पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को करोड़ों रुपये का नुकसान हो सकता है।
19 फरवरी से 9 मार्च तक होगी चैंपियंस ट्रॉफी
पाकिस्तान को अगले साल 19 फरवरी से 9 मार्च तक चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी करनी है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के प्रस्ताव के अनुसार मैच को लाहौर, कराची और रावलपिंडी में किया जाना है।