Mutual Fund News: लगातार तीसरी महीने अक्टूबर में नए एसआईपी खाते खुलने की रफ्तार सुस्त रही। वहीं एसआईपी स्टॉपेज रेश्यो लगातार दूसरे महीने 60 फीसदी के ऊपर बना हुआ है और अक्टूबर में यह रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया। यह खुलासा म्यूचुअल फंड बॉडी एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों से हुआ है। दिलचस्प बात ये है कि यह ऐसे समय में हुआ है, जब अक्टूबर महीने में इक्विटी फंडों में 41887 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड निवेश आया और लगातार 44वें महीने ओपन-एंडेड इक्विटी फंड्स में निवेश पॉजिटिव जोन में रहा यानी कि निकासी से अधिक निवेश हुआ। सितंबर महीने में मासिक एसआईपी के जरिए म्यूचुअल फंडों में Rs 25,322 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड निवेश आया।
एक्सपर्ट्स का क्या मानना है?
अक्टूबर महीने में नए एसआईपी खाते की रफ्तार सुस्त पड़ी और स्टॉपजे रेश्यो रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह चिंता की कोई बात नहीं है। उन्होंने संभावना जताई कि कुछ निवेशक नई एसआईपी शुरू करने में देरी कर रहे हैं और वे मार्केट में सुधार का इंतजार कर रहे हैं तो वहीं कुछ ने मार्केट की गिरावट पर एकमुश्त निवेश का रास्ता अपनाया। आनंद राठी वेल्थ के डिप्टी सीईओ फिरोज अजीज का कहना है कि नई एसआईपी की रफ्तार सुस्त पड़ी है लेकिन एसआईपी का औसतन साइज कई वर्षों के हाई पर पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि अगर एसआईपी खातों की सुस्ती के साथ-साथ मिड और स्मॉलकैप फंडों में निवेश भी घटा होता, तो जरूर चिंता की बात होती।
लॉर्ज कैप में डबल हो गया निवेश
अक्टूबर में 24.9 लाख नेट नए एसआईपी खाते खुले जो सितंबर में 26.1 लाख और अगस्त में 27.4 लाख और जुलाई में 35.3 लाख से काफी कम है। वहीं एसआईपी स्टॉपेज रेश्यो अक्टूबर में करीब 61 फीसदी के रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गया। अक्टूबर में ओपन-एंडेड इक्विटी म्यूचुअल फंडों में निवेश सितंबर की तुलना में 21.69 फीसदी बढ़कर 41,887 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। सेगमेंटवाइज बात करें तो लॉर्ज कैप फंडों में निवेश करीब दोगुना होकर 3,452 करोड़ रुपये, मिडकैप फंडों में निवेश 50 फीसदी बढ़कर 4,683 करोड़ रुपये और स्मॉलकैप फंडों में निवेश 23 फीसदी उछलकर 3,772 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वहीं सेक्टरल/थीमेटिक फंडों में निवेश 7 फीसदी गिरकर 12,279 करोड़ रुपये पर आ गया।