Defence Stocks: डिफेंस कंपनियों के शेयरों में हाल में काफी उछाल देखने को मिला था। डिफेंस सेक्टर पर केंद्र सरकार के बढ़े फोकस, आत्मनिर्भर भारत पर जोर और डिफेंस एक्सपर्ट्स को बढ़ावा देने के चलते यह सेक्टर निवेश के लिए काफी आकर्षक बन गया था। हालांकि हाल फिलहाल में अधिकतर डिफेंस कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखने को मिली है। कई कंपनियों के शेयर तो अपने ऑल-टाइम हाई से करीब 50 फीसदी से ज्यादा गिर चुके हैं। यहां हम 5 ऐसे ही डिफेंस शेयरों के बारे में बात रहे हैं-
1. आइडियाफोर्ज टेक्नोलॉजीज (Ideaforge Technology)
यह ड्रोन बनाने वाली देश की दिग्गज कंपनियों में से एक है। कंपनी के प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में ड्रोन, पेलोड्स, बैटरीज और चार्जर के अलावा GCS सॉफ्टवेयर और ऑटोपायलट सब-सिस्टम्स जैसे सॉफ्टवेयर सिस्टम्स भी शामिल हैं। कंपनी के शेयर पिछले साल जुलाई में लिस्ट हुए थे और तब से अबतक इसमें करीब 50 फीसदी से अधिक की गिरावट आ चुकी है। इसके हालिया जून तिमाही के नतीजे भी कमजोर रहे थे और इस दौरान इसके रेवेन्यू और नेट प्रॉफिट में सालाना आधार पर क्रमश: 11 फीसदी और 56 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी।
2. कोचिन शिपयार्ड (Cochin Shipyard)
यह देश की सबसे बड़ी शिपबिल्डिंग कंपनियों में से है। यह इकलौती शिपयार्ड है, जिसकी जहाज निर्माण क्षमता 110,000 डेडवेट टन (DWT) और मरम्मत क्षमता 125,000 DWT है। भारत सरकार के स्वामित्व वाली इस कंपनी के शेयरों में पिछले कुछ सालों में तेज उछाल देखने को मिली थी। हालांकि अब पिछे 3 महीनों से इसमें गिरावट देखी जा रही है। जुलाई 2024 के बाद से अब तक कंपनी के शेयरों में करीब 46 फीसदी की गिरावट आ चुकी है।
3. प्रीमियर एक्स्प्लोसिव (Premier Explosives)
यह कंपनी इंडस्ट्रियल एक्स्प्लोसिव और डेटोनेटर बनाती है। साथ ही यह श्रीहरिकोटा सेंटर और DRDO के सॉलिड फ्यूल कॉम्प्लेक्स में प्रपोलेंट्स प्लांट्स के संचालन और रखरखाव का कार्य करती है। यह कंपनी डिफेंस सेक्टर्स में भी काम करती है और एस्ट्रा, आकाश, LRSAM, अग्नि और वेदा जैसी मिसाइलों के लिए प्रपोलेंट्स बनाती है। कंपनी के क्लाइंट्स में DRDO, भारत डायनेमिक्स, कोल इंडिया, ISRO, भारत इलेक्ट्रिकल्स और एडवांस्ड सिस्टम्स लैबोरेटरी जैसे दिग्गज नाम शामिल हैं। हालांकि इस सबके बावजूद जुलाई 2024 के बाद से कंपनी के शेयरों में अब तक करीब 37% की गिरावट आ चुकी है।
4. डेटा पैटर्न्स (Data Patterns)
यह कंपनी डिफेंस और एरोस्पेस सेक्टर के लिए एडवांस्ड इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम को बनाने में महारत रखती है। इसके प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में रडार, अंडरवाटर इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रॉनिक्स वारफेयर सूट्स और छोटे सैटेलाइट्स भी शामिल हैं। इसके प्रमुख क्लाइंट्स में हिंदु्स्तान एयरोनॉटिक्स, इसरो, डीआरडीओ और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स शामिल हैं। जुलाई 2024 के बाद से इस शेयर में करीब 28 फीसदी की गिरावट आई है।
5. एमटीएआर टेक्नोलॉजीज (MTAR Technologies)
यह कंपनी डिफेंस, एयरोस्पेस, न्यूक्लियर और क्लीन एनर्जी सेक्टर के लिए कंपोनेंट्स और इक्विपमेंट्स को बनाती है। इसके प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में फ्यूल मशीनिंग हेड, ड्राइव मैकेनिज्म, लिक्विड प्रोपल्शन रॉकेट इंजन, क्रायोजेनिक इंजन और हाई -प्रीसिजन वालेशीट मेटल शामिल हैं। इसके क्लाइंट्स में इसरो, रफाएल, डीआरडीओ, भारत डायनेमिक्स और इंदिरा गांधी सेंटर फॉर एटॉमिक रिसर्च आदि शामिल है। कंपनी ने चंद्रयान-3 और आदित्य L1 मिशन में भी अहम भूमिका निभाई थी। हालांकि पिछले कुछ समय से इसके शेयर दबाव में हैं और जुलाई 2024 के बाद से इनमें करीब 17 फीसदी तक की गिरावट आ चुकी है