नई दिल्ली: साल 2024 आईपीओ के लिहाज से शेयर मार्केट बहुत खास रहा। इस साल जहां देश का सबसे महंगा आईपीओ (हुंडई) आया तो वहीं कुल आईपीओ की वैल्यू ने भी नया रेकॉर्ड बना दिया। अभी तक इस साल 1.19 लाख करोड़ रुपये (14 बिलियन डॉलर) के आईपीओ आ चुके हैं। वहीं अभी साल खत्म होने में डेढ़ महीने से ज्यादा का समय बचा है। ऐसे में कुल आईपीओ की वैल्यू और बढ़ेगी।
साल 2021 का रेकॉर्ड टूटा
शुक्रवार को स्विगी के 11,300 करोड़ रुपये के आईपीओ और ACME सोलर के 2900 करोड़ रुपये के आईपीओ की बोली का आखिरी दिन था। इसके समापन के साथ भारत के आईपीओ बाजार ने एक नया रेकॉर्ड बना लिया। इकनॉमिक टाइम्स के अनुसार इस साल अब तक आईपीओ के जरिए 1.19 लाख करोड़ रुपये जुटाए गए हैं। इस रकम ने साल 2021 का रेकॉर्ड तोड़ दिया। उस साल आईपीओ के जरिए 1.18 लाख करोड़ रुपये जुटाए गए थे। इस साल करीब 20 कंपनियों ने 1000 करोड़ रुपये से लेकर 4,300 करोड़ तक जुटाए हैं।
जानें, इस साल भारत कहां?
इस साल आईपीओ के जरिए रकम जुटाने में टॉप 3 में अमेरिका, भारत और चीन हैं। जानें, किस देश का कौन सा नंबर है:
क्यों आया इतना बड़ा उछाल?
कोटक इन्वेस्टमेंट बैंकिंग के इक्विटी कैपिटल मार्केट्स के प्रमुख वी जयशंकर ने कहा कि घरेलू निवेशकों की ओर से प्राथमिक बाजारों में फंड का प्रवाह मजबूत है, जबकि विदेशी निवेशक द्वितीयक बाजार में विक्रेता होने के बावजूद प्राथमिक बाजार में आक्रामक रहे हैं।
उन्होंने कहा कि द्वितीयक बाजार में उच्च अस्थिरता के बावजूद, स्विगी जैसे बड़े आईपीओ को एंकर निवेशकों की ओर से अच्छा रिस्पॉन्स मिला। यह भारत में आईपीओ के लिए महत्वपूर्ण रुचि को दर्शाता है।
कैसी रही एफपीआई की स्थिति?
इस साल अब तक एफपीआई ने 96,946 करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं। वहीं उन्होंने प्राथमिक बाजार में अब तक 87,073 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
कई महंगे आईपीओ रहे शामिल
इस साल कई बड़े आईपीओ शेयर मार्केट में आए। इसमें हुंडई मोटर का आईपीओ अब तक का सबसे महंगा आईपीओ शामिल रहा।
मिला मजबूत रिटर्न
निवेश बैंकर रवि सरदाना ने कहा कि इस साल अधिकांश IPO ने मजबूत रिटर्न दिया है। इससे निवेशक आईपीओ में और अधिक फंड लगाने के लिए प्रोत्साहित हुए। सरदाना ने कहा कि हाल ही में आईपीओ की सफलता और उनके अनुकूल रिटर्न को देखते हुए इनमें गति जारी रहने की उम्मीद है।
इस साल आईपीओ जारी करने वाली 68 कंपनियों में से 49 के शेयर वर्तमान में अपने ऑफर मूल्य से ऊपर कारोबार कर रहे हैं, जबकि 19 उस स्तर से नीचे हैं। ज्योति सीएनसी, प्लेटिनम इंडस्ट्रीज, केआरएन हीट, एक्सिकॉम टेली-सिस्टम्स, प्रीमियर एनर्जीज, वारी एनर्जीज आदि कंपनियों के शेयर लिस्टिंग के बाद से दोगुनी से ज्यादा चढ़ गए हैं।
डीमैट अकाउंट की संख्या भी बढ़ी
डीमैट अकाउंट की बढ़ती संख्या भी आईपीओ के प्रति निवेशकों की रुचि पैदा कर रही है। भारत में डीमैट खातों की कुल संख्या अक्टूबर 2024 में बढ़कर 17.9 करोड़ हो गई है। इस साल 3.5 करोड़ डीमैट अकाउंट खोले गए।