ऑफिस से काम करने के बावजूद सितंबर 2024 तिमाही में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के एंप्लॉयीज के वैरिएबल पे में कटौती की गई। मामले से वाकिफ सूत्रों ने मनीकंट्रोल को बताया कि कंपनी के बिजनेस में मांग को लेकर जारी अनिश्चितता के बीच यह फैसला लिया गया है। सूत्रों ने बताया कि कुछ एंप्लॉयीज को उनके तिमाही वैरिएबल पे का महज 20-40 पर्सेंट मिला है, जबकि अन्य को जीरो पर्सेंट मिला। हालांकि, पिछली तिमाही में वैरिएबल पे 70 पर्सेंट तक मिला था।
वैरिएबल पे, एंप्लॉयीज के ऑफिस से काम करने के अलावा कई अन्य चीजों पर भी निर्भर करता है, मसलन हर यूनिट के बिजनेस की परफॉर्मेंस। यह घटनाक्रम मांग को लेकर चुनौतीपूर्ण स्थिति और मैक्रोइकोनॉमिक अनिश्चितताओं की तरफ इशारा करता है, जिस वजह से सितंबर तिमाही के दौरान टीयर-1 आईटी सर्विसेज में लोअर सिंगल डिजिट में ग्रोथ देखने को मिली।
वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में TCS का रेवेन्यू 5.5 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ 64,259 करोड़ रुपये रहा। इस दौरान कंपनी का नेट प्रॉफिट 11,909 करोड़ रुपये रहा। इस सिलसिले में TCS के प्रवक्ता ने मनीकंट्रोल को बताया, ‘वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही के लिए हमने कंपनी के जूनियर ग्रेड एंप्लॉयीज को 100% QVA (क्वॉर्टरली वैरिएबल अलाउंस) दिया है। बाकी ग्रेड के लिए QVA यूनिट की बिजनेस परफॉर्मेंस पर निर्भर करता है। यह तमाम तिमाहियों में हमारे स्टैंडर्ड प्रैक्टिस के मुताबिक है।’
TCS ने अप्रैल 2024 में अपनी अटेंडेंस पॉलिसी को अपडेट किया था। इसमें कहा गया था कि तिमाही वैरिएबल पे हासिल करने के लिए एंप्लॉयीज का ऑफिस में कम से कम 85 पर्सेंट अटेंडेंस जरूरी है। पॉलिसी में यह भी कहा गया था कि इसका पालन नहीं करने पर एंप्लॉयीज पर अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जा सकती है। इसके तहत 75-85 पर्सेंट ऑफिस अटेंडेंस वाले एंप्लॉयीज को अपने वैरिएबल पे का 75 पर्सेंट हिस्सा मिलेगा, जबकि 60-75 पर्सेंट अटेंडेंस वालों को सिर्फ 50 पर्सेंट वैरिएबल पे मिलेगा।