भारतीय जीवन बीमा निगम यानी LIC भी अब हेल्थ इंश्योरेंस के बिजनेस में उतरने के लिए तैयार है। कंपनी के चेयरपर्सन सिद्धार्थ मोहंती ने बताया कि LIC मौजूदा वित्त वर्ष के अंत तक एक हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी में हिस्सेदारी खरीदने की प्रक्रिया को पूरी कर सकती है। मोहंती ने शुक्रवार 8 नवंबर को LIC के नतीजों के ऐलान के बाद आयोजित एक कॉन्फ्रेंस कॉल में ये बातें कहीं। उन्होंने कहा, “जमीन पर काम चल रहा है। इस वित्त वर्ष के अंत तक, मुझे उम्मीद है कि नियामकीय अथॉरिटीज से मंजूरी मिलने के बाद, हमारे पास एक स्टैंडअलोन हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी में कुछ हिस्सेदारी होगी।”
हालांकि मोहंती ने उस कंपनी का नाम बताने से परहेज किया, जिसमें LIC हिस्सेदारी खरीदने की योजना बना रही है। इससे पहले जून तिमाही के नतीजे जारी करने के दौरान भी मोहंती ने कहा कि भारत सरकार के स्वामित्व वाली यह कंपनी वित्त वर्ष 2025 में एक स्टैंडअलोन हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी का अधिग्रहण करना चाहती है।
इसके अलावा, 1 अक्टूबर से लागू हुए सरेंडर वैल्यू के नए नियमों मोहंती ने कहा कि LIC ने अपने बीमा उत्पादों को फिर से डिजाइन किया है और वे नियमों के पूरी तरह से अनुपालन करते हैं। उन्होंने कहा, “हमने ग्राहकों और मार्केट इंटरमीडियरीज के हितों के बीच संतुलन बनाया हुआ है।”
LIC का शुद्ध मुनाफा सितंबर तिमाही में 3.75% घटा
देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी का सितंबर तिमाही में नेट प्रॉफिट 3.75 पर्सेंट की गिरावट के साथ 7,729 करोड़ रुपये रहा। पिछले साल की इसी अवधि में कंपनी का मुनाफा 8,030.28 करोड़ रुपये रहा था। वहीं इसका ग्रॉस नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (GNPA) इस दौरान 1.72 पर्सेंट रहा, जबकि पिछली तिमाही में यह आंकड़ा 1.95 पर्सेंट था।
सितंबर तिमाही में कंपनी की नेट प्रीमियम इनकम 1.52 लाख करोड़ रुपये रही। एक साल पहले इसी अवधि में यह आंकड़ा 1.2 लाख करोड़ रुपये था। बीते साल की इसी अवधि के मुकाबले इसमें 11.5 पर्सेंट की बढ़ोतरी हुई। वित्त वर्ष 2023-24 की इसी अवधि में यह आंकड़ा 1.07 लाख रुपये था। जून तिमाही में कंपनी की नेट प्रीमियम इनकम 1.14 लाख करोड़ रुपये थी।