देश की सबसे बड़ी प्लास्टिक पाइप निर्माता सुप्रीम इंडस्ट्रीज का शेयर अक्टूबर के अपने ऊंचे स्तर से 22 प्रतिशत गिर चुका है। कंपनी के सितंबर तिमाही के नतीजे अनुमान से कमजोर रहे क्योंकि पॉलिविनाइल क्लोराइड (पीवीसी) रेजिन कीमतों में उतार-चढ़ाव की वजह से डीलरों ने स्टॉक घटाने पर जोर दिया।
जून तिमाही में पीवीसी रेजिन में 19 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी। लेकिन इसके बाद जुलाई और अगस्त में इसकी कीमतों में 17 प्रतिशत तक की कमजोरी आई। अल्पावधि परिदृश्य को देखते हुए कंपनी ने प्लास्टिक पाइप की बिक्री वृद्धि का अपना अनुमान 25 प्रतिशत से घटाकर 16 से 18 प्रतिशत कर दिया है। कंपनी प्रबंधन ने पीवीसी रेजिन कीमतों में उतार-चढ़ाव, बुनियादी ढांचे पर सरकारों के कम खर्च और मॉनसून के ज्यादा दिन रहने को कमजोर अनुमान का कारण बताया।
दूसरी तिमाही में कुल बिक्री एक साल पहले की तिमाही के दौरान 138 किलो टन पर सपाट रही जबकि तिमाही आधार पर यह 21 प्रतिशत घट गई। परिचालन लाभ सालाना आधार पर 10 प्रतिशत और तिमाही आधार पर 18 प्रतिशत घट गया। कंपनी ने 35-40 करोड़ रुपये का इन्वेंट्री नुकसान दर्ज किया। लाल सागर संकट की वजह से समुद्री मालभाड़े में वृद्धि से परिचालन मुनाफा मार्जिन 14 प्रतिशत पर सीमित रहा जो सालाना आधार पर 139 आधार अंक कम है।
दूसरी तिमाही में कंपनी का प्रदर्शन बाजार अनुमान के मुकाबले 14 प्रतिशत कमजोर रहा। जहां कुल बिक्री वृद्धि प्लास्टिक पाइप सेगमेंट की वजह से कमजोर रही वहीं प्रति किलोग्राम परिचालन लाभ में 14.7 रुपये (सालाना आधार पर 24.5 प्रतिशत की गिरावट) की कमी आई जिसकी वजह पाइप सेगमेंट में इन्वेंट्री नुकसान रही। प्लास्टिक पाइप सेगमेंट में आय पीवीसी रेजिन कीमतों में उतार-चढ़ाव, उत्पाद मिश्रण में बदलाव और प्रतिस्पर्धी मूल्य निर्धारण की वजह से सालाना आधार पर 4.1 प्रतिशत तक घट गईं।
हालांकि प्रभुदास लीलाधर रिसर्च ने वित्त वर्ष 2024-27 की अवधि के दौरान अपना आय अनुमान 16 प्रतिशत तक घटा दिया है। लेकिन उन्होंने सकारात्मक नजरिया बरकरार रखा है। ब्रोकरेज के प्रवीण सहाय और राहुल शाह का कहना है कि विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में क्षमता विस्तार, नए उत्पाद विस्तार, पूरे भारत में वितरक पहुंच और विस्तार योजनाओं के वित्त पोषण के लिए 674 करोड़ रुपये की अतिरिक्त नकदी की वजह से नजरिया सकारात्मक बना हुआ है।
सिस्टमैटिक्स रिसर्च ने भी सितंबर तिमाही के कमजोर प्रदर्शन के बाद वित्त वर्ष 2024-27 के लिए अपना आय अनुमान 11 प्रतिशत तक घटा दिया है। हालांकि ब्रोकरेज के आशिष पोद्दार और महक शाह का मानना है कि कंपनी हर साल 700 करोड़ रुपये का अपना मजबूत मुक्त नकदी प्रवाह बरकरार रख सकती है और वित्त वर्ष 2027 में ऊंचे पूंजीगत खर्च के बावजूद उसका नियोजित पूंजी पर रिटर्न 34 प्रतिशत बरकरार रहेगा।
वित्त वर्ष 2024 में 700 करोड़ रुपये निवेश करने के बाद, कंपनी अन्य 1,500 करोड़ रुपये के पूंजीगत खर्च के लिए प्रतिबद्ध है। ब्रोकरेज ने वित्त वर्ष 2027 के अनुमानित पीई के 40 गुना महंगे मूल्यांकन को देखते हुए इस शेयर पर ‘होल्ड’ रेटिंग दी है।
हालांकि ऐंटीक रिसर्च ने दूसरी तिमाही के बाद अपने अनुमानों में कटौती की है। लेकिन उसने शेयर पर ‘खरीदें’ रेटिंग दी है। उसका मानना है कि सुप्रीम इंडस्ट्रीज वित्त वर्ष 2024-27 के दौरान 13-14 प्रतिशत की बिक्री वृद्धि दर्ज करेगी