Services PMI for October : अक्टूबर में भारत के सर्विस सेक्टर की गतिविधि में सुधार हुआ और यह सितंबर के 57.7 फीसदी से बढ़कर 58.5 पर पहुंच गई है। देश की मैन्युफैक्चरिंग गतिविधि भी सितबर के नौ महीने के निचले स्तर 56.5 से बढ़कर अक्टूबर में 57.5 पर पहुंच गई है। जिसके चलते अक्टूबर में कंपोजिट PMI भी सितंबर के 58.3 से बढ़कर 59.1 के स्तर पर आ गई है। बता दें की कंपोजिट PMI, सर्विसेज पीएमआई और मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई का योग होता है। एचएसबीसी इंडिया सर्विसेज बिजनेस एक्टिविटी इंडेक्स नौ महीनों में पहली बार 60 से नीचे चला गया है। लेकिन यह लंबी अवधि के औसत से ऊपर रहा है।
बता दें कि 50 का स्तर सर्विस सेक्टर की गतिविधि में विस्तार और संकुचन के विभाजक रेखा का काम करता है। यानी सर्विसेज PMI की 50 से ऊपर की रीडिंग सर्विस सेक्टर की गतिविधि में विस्तार का संकेत देती है। जबकि 50 से नीचे की रीडिंग सर्विस सेक्टर की गतिविधि में संकुचन का संकेत होती है।
भारत की मैन्युफैक्चरिंग गतिविधि भी अक्टूबर में बढ़कर 57.5 हो गई, जो एक महीने पहले यानी सितंबर में 9 महीने के निम्नतम स्तर 56.5 पर थी। मौसमी रूप से समायोजित एचएसबीसी इंडिया मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स लगातार दसवें महीने 55 अंक से ऊपर रहा है जो मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियों मजबूत मोमेंटम का संकेत है।
इस महीने जारी किए गए दूसरे हाई फ्रीक्वेंसी आंकड़े भी तीसरी तिमाही के लिए अच्छे संकेत दे रहे हैं। ऑटो बिक्री, विशेष रूप से दोपहिया वाहनों की बिक्री में बढ़तऔर जीएसटी कलेक्शन छह महीने के उच्च स्तर 1.87 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। 30 अक्टूबर को जारी किए गए कोर डेटा में आठ कोर उद्योगों का इंडेक्स प्रदर्शित किया गया है। ये इंडेक्स इंफ्रा सेक्टर का प्रतिनिधित्व करते हैं और औद्योगिक उत्पादन के इडेक्स में 40 फीसदी वेटेज रखते हैं। इसमें पिछले महीने के 1.6 फीसदी संकुचन की तुलना में 2 फीसदी की बढ़त हुई है।