स्विगी का IPO प्राइमरी मार्केट में 6 नवंबर को सुबह 10 बजे खुलेगा। फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स फर्म का इरादा इस IPO के जरिये 11,327 करोड़ रुपये जुटाना है। अपर प्राइस बैंड के हिसाब से स्विगी की वैल्यूएशन तकरीबन 95,000 करोड़ रुपये है। स्विगी की प्रतिस्पर्धी कंपनी जोमैटो का मार्केट वैल्यूएशन 2.13 लाख करोड़ रुपये है।
बेंगलुरु की इस कंपनी के इश्यू के तहत 4,499 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे, जबकि ऑफर फॉर सेल के जरिये 6,828 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री की जाएगी। स्विगी मुख्य तौर पर B2C मार्केटप्लेस प्लेटफॉर्म के तहत ऑपरेट करती है, जहां यह ऐसे रेस्टोरेंट एंड मर्चेंट पार्टनर्स को एग्रीगेट करती है, जो अपने फूड और प्रोडक्ट्स लिस्ट कर सकते हैं, जबकि यूजर ऐसे आइटम की खोज कर इसे खरीद सकते हैं।
एसबीआई सिक्योरिटीज (SBI Securities) ने निवेशकों को IPO सब्सक्राइब करने की सलाह दी है। एसबीआई सिक्योरिटीज का कहना है कि जोमैटो की तुलना में कंपनी का IPO सभी मानकों पर काफी सही जान पड़ता है। ब्रोकरेज फर्म के मुताबिक, ‘ हम निवेशकों को लॉन्ग टर्म निवेश के जरिये इसमें पैसा लगाने की सलाह देते हैं।’
बहरहाल, डोमेस्टिक ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि अगर कंपनी किफायत तरीके से डार्क स्टोर नेटवर्क मैनेज करने में नाकाम रहती है, तो इसका प्रतिकूल असर स्विगी के बिजनेस पर देखने को मिल सकता है। स्विगी ने अपने इश्यू के लिए 371 से 390 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया है। कंपनी का इश्यू 8 नवंबर को बंद हो जाएगा।
स्विगी फूड मार्केटप्लेस के CEO रोहित कपूर ने बताया, ‘ हमारी प्राइसिंग 371-390 रुपये के रेंज में है, जिस हिसाब से वैल्यू तकरीबन 11.3 अरब डॉलर है।’ बजाज ब्रोकिंग ने लॉन्ग टर्म ग्रोथ की संभावनाओं का हवाला देते हुए इस IPO के लिए ‘सब्सक्राइब’ रेटिंग दी है। ग्रे मार्केट में स्विगी के शेयर 15 रुपये के ग्रे मार्केट प्रीमियम पर कारोबार कर रहे हैं, जो तकरीबन 3.85 पर्सेंट प्रीमियम पर है। स्विगी की स्थापना 2014 में हुई थी। जून 2024 तिमाही में कंपनी का नुकसान 611 करोड़ रुपये था।