- Market Trade setup : बाजार ने गिरावट के साथ पिछले आठ दिनों के कंसोलीडेशन रेंज को निर्णायक रूप से तोड़ दिया है और 4 नवंबर को तीन महीने के निचले स्तर पर बंद हुआ। 5 नवंबर को होने वाले अमेरिकी चुनावों से पहले सावधानी देखने को मिल रही है। कल बाजार में 1 फीसदी से अधिक की गिरावट आई। निफ्टी ने कल अगस्त के निचले स्तर को छू लिया और 20-, 50- और 100-डे ईएमए (एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज) से काफी नीचे चला गया जो एक नकारात्मक संकेत है। इसके अलावा वोलैटिलिटी तीन महीने के हाई पर पहुंच गई। ऐसे में आगामी कारोबारी सत्रों में 23,500 (200-डे ईएमए) की ओर करेक्शन की ज्यादा संभावना है। हालांकि ऊपरी स्तरों पर निफ्टी के लिए 24,200-24,300 के जोन में रजिस्टेंस दिख रहा है।
यहां आपको कुछ ऐसे आंकड़े दे रहे हैं जिनके आधार पर आपको मुनाफे वाले सौदे पकड़ने में आसानी होगी।
Nifty के लिए की सपोर्ट और रजिस्टेंस लेवल
पिवट प्वांइट पर आधारित सपोर्ट : 23,852, 23,733 और 23,542
पिवट प्वांइट पर आधारित रजिस्टेंस : 24,234, 24,352 और 24,543
बैंक निफ्टी
पिवट पॉइंट्स पर आधारित रजिस्टेंस: 51,615, 51,780, और 52,047
पिवट पॉइंट्स पर आधारित सपोर्ट: 51,082, 50,918, और 50,651
फिबोनैचि रिट्रेसमेंट पर आधारित रजिस्टेंस: 51,823, 52,324
फिबोनैचि रिट्रेसमेंट पर आधारित सपोर्ट: 50,265, 49,288
निफ्टी कॉल ऑप्शन डेटा
वीकली बेसिस पर 25000 की स्ट्राइक पर 62.78 लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम कॉल ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा।
निफ्टी पुट ऑप्शन डेटा
23000 की स्ट्राइक पर 52.67 लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम पुट ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम सपोर्ट लेवल का काम करेगा।
बैंक निफ्टी कॉल ऑप्शन डेटा
बैंक निफ्टी में 52,000 की स्ट्राइक पर 31.5 लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम कॉल ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा।
बैंक निफ्टी पुट ऑप्शन डेटा
51,000 की स्ट्राइक पर 12.37 लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम पुट ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा।
एफआईआई और डीआईआई फंड फ्लो
वोलैटिलिटी तीन महीने के हाई पर पहुंच गई और 17 अंक से ऊपर चढ़ गई। लगातार पांचवें सत्र में इसमें तेजी जारी रही। इससे अब तेजड़ियों और अधिक सतर्क हो गए हैं। फीयर इंडेक्स इंडिया VIX 15.90 के स्तर से 4.94 फीसदी बढ़कर 16.69 पर पहुंच गया।
हाई डिलिवरी ट्रेड
यहां वे स्टॉक दिए गए हैं जिनमें डिलीवरी ट्रेड का सबसे बड़ा हिस्सा देखने को मिला। डिलीवरी का बड़ा हिस्सा स्टॉक में निवेशको (ट्रेडिंग के विपरीत) की रुचि को दर्शाता है।
16 स्टॉक्स में दिखा लॉन्ग बिल्ड-अप
ओपन इंटरेस्ट में बढ़त के साथ ही कीमतों में भी होने वाली बढ़त से आमतौर पर लॉन्ग पोजीशन बनने का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 16 शेयरों में लॉन्ग बिल्ड-अप देखने को मिला।
66 स्टॉक्स में दिखी लॉन्ग अनवाइंडिंग
ओपन इंटरेस्ट में गिरावट के साथ ही कीमतों में भी होने वाली गिरावट से आमतौर पर लॉन्ग अनवाइंडिंग का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 66 शेयरों में सबसे ज्यादा लॉन्ग लॉन्ग अनवाइंडिंग देखने को मिली।
80 स्टॉक्स में दिखा शॉर्ट बिल्ड-अप
ओपन इंटरेस्ट में बढ़त के साथ ही कीमतों में भी होने वाली गिरावट से आमतौर पर शॉर्ट बिल्ड-अप का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 80 शेयरों में सबसे ज्यादा शॉर्ट बिल्ड-अप देखने को मिला।
21 स्टॉक्स में दिखी शॉर्ट कवरिंग
ओपन इंटरेस्ट में गिरावट के साथ ही कीमतों में होने वाली बढ़त से आमतौर पर शॉर्ट कवरिंग का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 21 शेयरों में सबसे ज्यादा शॉर्ट कवरिंग देखने को मिली।
पुट कॉल रेशियो
बाजार के मूड को दर्शाने वाला निफ्टी पुट-कॉल रेशियो 4 नवंबर को गिरकर 0.85 पर रहा, जबकि पिछले सत्र में यह 1.07 के स्तर पर था। गौरतलब है कि 0.7 से ऊपर या 1 को पार पीसीआर का जाना आम तौर पर तेजी की भावना का संकेत माना जाता है। जबकि 0.7 से नीचे या 0.5 की ओर गिरने वाला अनुपात मंदी की भावना का संकेत होता है।
F&O बैन के अंतर्गत आने वाले स्टॉक
F&O सेगमेंट के अंतर्गत प्रतिबंधित प्रतिभूतियों में वे कंपनियां शामिल होती हैं, जिनके डेरिवेटिव अनुबंध मार्केट वाइड पोजीशन लिमिट के 95 फीसदी से ज्यादा हो जाती हैं।
एफएंडओ प्रतिबंध में नए शामिल स्टॉक: कोई नहीं
एफएंडओ प्रतिबंध में पहले से शामिल स्टॉक: कोई नहीं
एफएंडओ प्रतिबंध से हटाए गए स्टॉक: कोई नहीं
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।