Niva Bupa Health Insurance Company IPO: प्राइवेट हेल्थ इंश्योरर निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी का 2,200 करोड़ रुपये का पब्लिक इश्यू 7 नवंबर को खुलने जा रहा है। इसके लिए प्राइस बैंड 70-74 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। एंकर निवेशक 6 नवंबर को बोली लगा सकेंगे। IPO की क्लोजिंग 11 नवंबर को होगी। क्लोजिंग के बाद अलॉटमेंट 12 नवंबर तक को फाइनल होगा। शेयरों की लिस्टिंग 14 नवंबर को हो सकती है।
IPO में 800 करोड़ रुपये के नए इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे और प्रमोटर्स की ओर से 1,400 करोड़ रुपये के शेयरों का ऑफर फॉर सेल रहेगा। ओएफएस में प्रमोटर्स बूपा सिंगापुर होल्डिंग्स पीटीई 350 करोड़ रुपये और ग्लोबल प्राइवेट इक्विटी फर्म ट्रू नॉर्थ के मालिकाना हक वाली फेटल टोन एलएलपी 1,050 करोड़ रुपये के शेयर बेचेंगे।
Niva Bupa Health Insurance Company में किसके पास कितनी शेयरहोल्डिंग
निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी में प्रमोटर्स के पास 89.07 प्रतिशत शेयरहोल्डिंग है। इसमें से बूपा सिंगापुर होल्डिंग्स पीटीई की 62.19 प्रतिशत हिस्सेदारी और फेटल टोन एलएलपी की 26.80 प्रतिशत हिस्सेदारी है। पब्लिक शेयरहोल्डर्स में इंडिया बिजनेस एक्सीलेंस फंड IV 2.81 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ सबसे बड़ी शेयरहोल्डर है। इसके बाद वी-साइंसेज इनवेस्टमेंट्स पीटीई के पास 2.60 प्रतिशत, SBI लाइफ इंश्योरेंस कंपनी के पास 1.3 प्रतिशत और ए91 इमर्जिंग फंड II एलएलपी के पास 1.03 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी के आईपीओ के लिए बुक रनिंग लीड मैनेजर ICICI सिक्योरिटीज, मॉर्गन स्टेनली इंडिया कंपनी, कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी, एक्सिस कैपिटल, HDFC Bank और मोतीलाल ओसवाल इनवेस्टमेंट एडवायजर्स हैं। केफिन टेक्नोलोजिज इस ऑफर के लिए रजिस्ट्रार है।IPO में 75 प्रतिशत हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए, 10 प्रतिशत हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए और 15 प्रतिशत हिस्सा नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व है।
FY24 में 81.85 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा
निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी ने वित्त वर्ष 2024 में 81.85 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया, जो इससे पहले के वित्त वर्ष के 12.5 करोड़ रुपये के मुनाफे से काफी अधिक है। वित्त वर्ष के दौरान कंपनी का ऑपरेटिंग प्रॉफिट सालाना आधार पर घटकर 188 करोड़ रुपये रह गया। एक साल पहले यह 350.9 करोड़ रुपये था। जून 2024 को समाप्त तीन महीने की अवधि में कंपनी ने 18.8 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया है, जो एक साल पहले की अप्रैल-जून अवधि में 72.2 करोड़ रुपये था। इस बीच ऑपरेटिंग प्रॉफिट 23.2 करोड़ रुपये रहा।