Niva Bupa Health Insurance Company IPO: प्राइवेट हेल्थ इंश्योरर निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी ने रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज के पास IPO के लिए रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दाखिल किया है। साथ ही IPO की डेट्स भी फिक्स कर दी हैं। 2,200 करोड़ रुपये का पब्लिक इश्यू 7 नवंबर को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलने जा रहा है। एंकर निवेशक 6 नवंबर को बोली लगा सकेंगे। IPO की क्लोजिंग 11 नवंबर को होगी। निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी प्राइस बैंड का खुलासा सोमवार, 4 नवंबर तक करेगी।
IPO की क्लोजिंग के बाद अलॉटमेंट 12 नवंबर तक को फाइनल होगा। शेयरों की लिस्टिंग 14 नवंबर को हो सकती है। IPO में 800 करोड़ रुपये के नए इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे और प्रमोटर्स की ओर से 1,400 करोड़ रुपये के शेयरों का ऑफर फॉर सेल रहेगा। ओएफएस में प्रमोटर्स बूपा सिंगापुर होल्डिंग्स पीटीई 350 करोड़ रुपये और ग्लोबल प्राइवेट इक्विटी फर्म ट्रू नॉर्थ के मालिकाना हक वाली फेटल टोन एलएलपी 1,050 करोड़ रुपये के शेयर बेचेंगे।
Niva Bupa Health Insurance Company में किसके पास कितनी शेयरहोल्डिंग
निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी में प्रमोटर्स के पास 89.07 प्रतिशत शेयरहोल्डिंग है। इसमें से बूपा सिंगापुर होल्डिंग्स पीटीई की 62.19 प्रतिशत हिस्सेदारी और फेटल टोन एलएलपी की 26.80 प्रतिशत हिस्सेदारी है। पब्लिक शेयरहोल्डर्स में इंडिया बिजनेस एक्सीलेंस फंड IV 2.81 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ सबसे बड़ी शेयरहोल्डर है। इसके बाद वी-साइंसेज इनवेस्टमेंट्स पीटीई के पास 2.60 प्रतिशत, SBI लाइफ इंश्योरेंस कंपनी के पास 1.3 प्रतिशत और ए91 इमर्जिंग फंड II एलएलपी के पास 1.03 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
कंपनी अपने IPO में नए शेयरों को जारी कर हासिल होने वाले पैसों में से 800 करोड़ रुपये का इस्तेमाल अपने कैपिटल बेस को बढ़ाने के लिए करेगी, ताकि इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करके सॉल्वेंसी के स्तर को बरकरार रखा जा सके और उसे मजबूत किया जा सके।
FY24 में 81.85 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा
निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी ने वित्त वर्ष 2024 में 81.85 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया, जो इससे पहले के वित्त वर्ष के 12.5 करोड़ रुपये के मुनाफे से काफी अधिक है। वित्त वर्ष के दौरान कंपनी का ऑपरेटिंग प्रॉफिट सालाना आधार पर घटकर 188 करोड़ रुपये रह गया। एक साल पहले यह 350.9 करोड़ रुपये था। जून 2024 को समाप्त तीन महीने की अवधि में कंपनी ने 18.8 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया है, जो एक साल पहले की अप्रैल-जून अवधि में 72.2 करोड़ रुपये था। इस बीच ऑपरेटिंग प्रॉफिट 23.2 करोड़ रुपये रहा।