जीएसटी कलेक्शन अक्टूबर में 1.87 लाख करोड़ रुपये रहा। यह बीते छह महीनों में सबसे ज्यादा है। लगातार 8वें महीने जीएसटी कलेक्शन 1.7 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा रहा। जीएसटी कलेक्शन के डेटा 1 नवंबर को जारी किए गए। अक्टूबर में जीएसटी कलेक्शन एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 8.9 फीसदी ज्यादा रहा। इस साल सितंबर के मुकाबले यह 8.1 फीसदी ज्यादा है। पिछले साल अक्टूबर में जीएसटी कलेक्शन 1.72 लाख करोड़ रुपये था।
अप्रैल में जीएसटी कलेक्शन 2.1 लाख करोड़
इस साल अप्रैल में जीएसटी कलेक्शन 2.1 लाख करोड़ रुपये था। अक्टूबर में जीएसटी कलेक्शन बढ़ना इस बात का संकेत है कि इकोनॉमी का प्रदर्शन पिछले दो महीनो से बेहतर है। अक्टूबर से पहले के दो महीनों में जीएसटी कलेक्शन की ग्रोथ कम रही थी। सितंबर में जीएसटी कलेक्शन सिर्फ 6.5 फीसदी बढ़ा था। यह कोविड के बाद सबसे कम ग्रोथ थी। दूसरी तिमाही में औसत मंथली जीएसटी कलेक्शन 1.77 लाख करोड़ रुपये रहा। पहली तिमाही में यह 1.86 लाख करोड़ रुपये था।
ग्रॉस इंपोर्ट रेवेन्यू ग्रोथ सिर्फ 3.9 फीसदी
ग्रॉस डोमेस्टिक रेवेन्यू 10.6 फीसदी रहा, जबकि ग्रॉस इंपोर्ट रेवेन्यू ग्रोथ सिर्फ 3.9 फीसदी रही। डोमेस्टिक रिफंड 42.8 फीसदी बढ़कर 10,498 करोड़ रुपये रहा। टोटल रिफंड्स 18.2 फीसदी बढ़कर 19,306 करोड़ रुपये रहा। नेट जीएसटी रेवेन्यू 7.9 फीसदी ज्यादा रहा, जबकि डोमेस्टिक रेवेन्यू 8.7 फीसदी रहा। EY के टैक्स पार्टनर सौरव अग्रवाल ने कहा कि हालिया जीएसटी कलेक्शन से कंज्यूमर स्पेंडिंग में स्लोडाउन का संकेत मिला था।