Uncategorized

निफ्टी में साढ़े चार साल में सबसे बड़ी गिरावट, नवंबर में कैसी रहेगी बाजार की चाल?

नई दिल्ली: सॉफ्टवेयर कंपनियों में बिकवाली और विदेशी संस्थानों के लगातार बिकवाली के कारण घरेलू शेयर बाजार गुरुवार को पारंपरिक हिंदू वर्ष संवत के अंतिम दिन गिरावट के साथ बंद हुए। बीएसई सेंसेक्स 553 अंक या 0.69% गिरकर 79,389 पर बंद हुआ जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 50 इंडेक्स 135.5 अंक या 0.56% गिरकर 24,205.35 पर बंद हुआ। अक्टूबर में निफ्टी में 6% से अधिक की गिरावट आई। यह निफ्टी में साढ़े चार साल में एक महीने में सबसे बड़ी गिरावट है। 30 सितंबर को समाप्त तिमाही में कंपनियों की इनकम अनुमानों से कम रही है। इसने बाजार में हाल में आई तेजी परसवाल खड़े कर दिए हैं।इक्विटी एडवाइजरी फर्म फिनाजेन के संस्थापक-निदेशक हेमंग जानी ने कहा, ‘बाजार में बहुत ज्यादा रिअलॉकेशन हो रहा है। निवेशक उन थीम से बाहर निकल रहे हैं जिनकी इनकम ने निराश किया है। इसके बावजूद बाजार में बहुत ज्यादा गिरावट की संभावना है।’ बाजार में नए हिंदू वर्ष की शुरुआत के अवसर पर आज 60 मिनट का विशेष मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र होगा। विश्लेषकों के अनुसार तेजी के लिए निफ्टी को कम से कम 24,500 की बाधा को पार करना होगा।

IT शेयरों में गिरावट

एंजेल वन के इक्विटी तकनीकी विश्लेषक राजेश भोसले ने कहा, ‘आक्रामक पोजीशन पर विचार करने से पहले इस रेंज के ऊपर एक मजबूत क्लोज की आवश्यकता है, क्योंकि बाजार उच्च अस्थिरता के दौर के लिए तैयार है।’ उन्होंने कहा कि यदि सूचकांक 24,100-24,000 की सपोर्ट रेंज से नीचे आता है, तो इससे निफ्टी 23,500 के स्तर तक गिर सकता है। गुरुवार के कारोबार में सॉफ्टवेयर एक्सपोर्टर सबसे ज्यादा नुकसान में रहे। एचसीएलटेक और टेक महिंद्रा में 3.6% से अधिक की गिरावट आई। 30 सितंबर को समाप्त तिमाही में अमेरिकी इकॉनमी की ग्रोथ अनुमान से कम रही।

टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इन्फोसिस और विप्रो सभी में 2-3% की गिरावट आई जबकि निफ्टी आईटी इंडेक्स में 3% की गिरावट आई। दूसरी ओर दवा बनाने वाली कंपनी सिप्ला में 9.5% और लार्सन एंड टुब्रो में 6.2% की वृद्धि हुई। निफ्टी स्मॉलकैप 250 इंडेक्स में 1.5% और माइक्रोकैप 250 इंडेक्स में 2.1% की बढ़ोतरी हुई। निफ्टी 150 इंडेक्स 0.2% कम होकर बंद हुआ। बीएसई पर कारोबार करने वाले 4,026 शेयरों में से 2,652 में तेजी आई, जबकि 1,264 में गिरावट रह।

FII vs DII

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 5,813 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। इस तरह अक्टूबर में उन्होंने कुल 1,09,800 करोड़ रुपये की बिकवाली की। म्यूचुअल फंड और बीमा कंपनियों सहित घरेलू संस्थानों ने 3,515 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। अक्टूबर में उन्होंने 1,10,500 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। इससे बाजार को तेज गिरावट से बचने में मदद मिली।

Source link

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

To Top