म्यूचुअल फंड्स खासकर सिप के जरिए निवेश के फायदे अब ज्यादातर लोग समझने लगे हैं। अक्टूबर में विदेशी निवेशकों ने 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा मूल्य के स्टॉक्स इंडियन मार्केट्स में बेचे। लेकिन, बाजार इसलिए ज्यादा नहीं गिरा, क्योंकि घरेलू निवेशकों ने मार्केट में करीब इतना ही निवेश किया। दरअसल, रिटेल इनवेस्टर्स के सिप का पैसा म्यूचुअल फंडों ने शेयर बाजार में लगाया। अब रिटेल इनवेस्टर्स को सिप के बारे में उन बातों को जानने की जरूरत है, जिन पर ध्यान देने से कोई व्यक्ति आसानी से करोड़पति बन सकता है।
1. पावर ऑफ कंपाउंडिंग के लाभ के लिए जल्द शुरू करें निवेश
म्यूचुअल फंड की स्कीम में SIP से निवेश करने का सबसे बड़ा लाभ पावर ऑफ कंपाउंडिंग है। आप जितना जल्द निवेश शुरू करेंगे, उतना ज्यादा आपको पावर ऑफ कंपाउंडिंग का लाभ मिलेगा। छोटे अमाउंट के निवेश से भी पावर ऑफ कंपाउंडिंग की बदौलत लंबे समय में बड़ा फंड तैयार हो सकता है।
2. सही फंड का करें चुनाव
आपको यह समझने की जरूरत है कि म्यूचुअल फंड की स्कीमों का प्रदर्शन एक जैसा नहीं होता है। जहां एक तरह ऐसे फंड हैं, जो निवेशकों को छप्परफाड़ रिटर्न देते हैं तो दूसरी तरफ ऐसे फंड भी है, जो निवेशकों का पैसा डुबाते हैं। आपको ऐसे फंड का चुनाव करना है, जिसका ट्रैक रिकार्ड अच्छा है। आप थोड़ा रिसर्च कर ऐसे फंडों की लिस्ट तैयार कर सकते हैं।
3. पोर्टफोलियो का रिव्यू
कई लोग एकमुश्त या सिप से निवेश तो करते हैं, लेकिन वे अपने फंड के प्रदर्शन को ट्रैक नहीं करते हैं। पोर्टफोलियो को समय-समय पर रिव्यू करने से आपको पता चलता है कि आपके फंड का रिटर्न अच्छा है, सामान्य है या खराब है। अगर रिटर्न कम है तो उस फंड से पैसा निकालकर आप अच्छा प्रदर्शन करने वाले फंड में लगा सकते हैं।
4. बाजार में उतारचढ़ाव के बीच भी निवेश जारी रखें
कई लोग म्यूचुअल फंड्स में SIP से निवेश तो करते हैं, लेकिन बड़ी गिरावट आने पर चिंतित होने लगते हैं। शेयर या म्युचअल फंड में निवेश करने से पहले यह समझ लेना जरूरी है कि चढ़ना और उतरना मार्केट का स्वभाव है। इसलिए मार्केट में बड़ी गिरावट आने पर भी आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। आपको अपना सिप जारी रखने की जरूरत है। हर गिरावट के बाद मार्केट में तेजी आती है।
5. SIP अमाउंट बढ़ाते रहें
आपकी इनकम जैसे-जैसे बढ़ेगी वैसे-वैसे आपको सिप अमाउंट बढ़ाते रहना होगा। इससे आपको मैजिक ऑफ कंपाउंडिंग का पूरा फायदा उठाने में मदद मिलेगी। साथ ही आपके फाइनेंशियस गोल के लिए पर्याप्त फंड तैयार हो जाएगा। खासकर नौकरी करने वाले लोगों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए, जिनकी सैलरी हर साल बढ़ती है।