Hindustan Zinc Share: वेदांता ग्रुप की कंपनी हिंदुस्तान जिंक अगले कुछ वर्षों में 2 अरब डॉलर (लगभग ₹17000 करोड़) तक निवेश करने की योजना बना रही है। कंपनी का इरादा अपनी प्रोडक्शन कैपिसिटी को डबल करके 20 लाख टन करने का है। कंपनी के CEO अरुण मिश्रा ने आज 27 अक्टूबर को यह जानकारी दी। बीते शुक्रवार को कंपनी के शेयरों में 5.46 फीसदी की गिरावट आई है और यह स्टॉक BSE पर 509.75 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। कंपनी का मार्केट कैप 2.15 लाख करोड़ रुपये है।
Hindustan Zinc का क्या है प्लान
मिश्रा ने आगे कहा कि कंपनी ने अपनी कैपिसिटी बढ़ाने के लिए पहले ही सलाहकारों को नियुक्त कर लिया है, अब वह इसके लिए माइनिंग पार्टनर्स की तलाश कर रही है। उन्होंने बताया, “इसलिए मुझे यकीन है कि इस तिमाही के अंत तक हम परियोजना की घोषणा कर पाएंगे। यह तय किया जाएगा कि किस परियोजना में कहां, कितना प्रोडक्शन बढ़ाया जाएगा।’’
मिश्रा ने कहा कि कंपनी 2025 में 12 लाख टन की उत्पादन क्षमता का लक्ष्य लेकर चल रही है। 2026 में 13.5 लाख और 2027 में 18 लाख टन की उत्पादन क्षमता हासिल करने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि इसके बाद किसी समय हम 20 लाख टन पर पहुंच जाएंगे।
उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए कंपनी द्वारा किए जाने वाले निवेश के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि चूंकि अधिकांश माइनिंग इन्फ्रॉस्ट्रक्चर तैयार है, इसलिए यह 1.95 से दो अरब डॉलर के बीच होगा। हमें इसके लिए मोटे तौर पर लगभग 14,000 करोड़ रुपये से 17,000 करोड़ रुपये तक की आवश्यकता होगी। कंपनी की पुनर्गठन योजनाओं पर उन्होंने कहा कि चर्चा चल रही है और हितधारक नियमित रूप से बात कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि चूंकि सरकार हिंदुस्तान जिंक के विनिवेश पर भी काम कर रही है, इसलिए हमारी उसपर भी निर्भरता है।
Hindustan Zinc का कारोबार
हिंदुस्तान जिंक दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी एकीकृत जस्ता उत्पादक और तीसरी सबसे बड़ी चांदी उत्पादक कंपनी है। कंपनी 40 से अधिक देशों को आपूर्ति करती है और भारत में प्राथमिक जस्ता बाजार में लगभग 75 प्रतिशत की बाजार हिस्सेदारी रखती है।
कंपनी ने शुक्रवार को बताया कि 30 सितंबर, 2024 को समाप्त तिमाही में उसका कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट 34.5% बढ़ा है, जो हायर इनकम के कारण ₹2,327 करोड़ हो गया है। कंपनी ने एक साल पहले की अवधि में ₹1,729 करोड़ का शुद्ध लाभ कमाया था। जुलाई-सितंबर की अवधि में आय पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही के ₹7,014 करोड़ से बढ़कर ₹8,522 करोड़ हो गई। कंपनी ने दूसरी तिमाही में जिंक, लेड और अन्य सेगमेंट से ₹6,403 करोड़ और सिल्वर वर्टिकल से ₹1,550 करोड़ का रेवेन्यू हासिल किया।
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