प्राइवेट सेक्टर के बैंक यस बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशांत कुमार ने कहा है कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में बैंक के अनसिक्योर्ड लोन पोर्टफोलियो से 35-40 फीसदी नए रिटेल एनपीए देखने को मिले हैं। कुमार ने पोस्ट अर्निंग कॉल के दौरान कहा,”इस तिमाही में कुल नए रिटेल एनपीए 35-40 फीसदी योगादान अनसिक्योर्ड पोर्टफोलियो का रहा है।” इन्वेस्टर प्रेजेंटेशन में दी गई जानकारी के मुताबिक जुलाई-सितंबर तिमाही में बैंक का कुल रिटेल एनपीए 1,179 करोड़ रुपये रहा है।
इस प्रेजेंटेशन में कहा गया कि वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में कुल स्लिपेज(कुल एनपीए) 1,314 करोड़ रुपये (एडवांसेज का 2.2 फीसदी) रहा है। जबकि वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में यह आंकड़ा 1,263 करोड़ रुपये (एडवांसेज का 2.4 फीसदी) और वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में 1,204 करोड़ रुपये (एडवांसेज का 2.1 फीसदी) था।
दूसरी तिमाही में बैंक की असेट क्वालिटी में सुधार हुआ है। इस अवधि में बैंक का ग्रॉस एनपीए (GNPA)रेशियो 30 सितंबर, 2023 को खत्म हुए तिमाही के 1.7 फीसदी से घटकर 1.6 पर रही है। जबकि नेट एनपीए रेशियो सालाना आधार पर 0.5 फीसदी पर स्थिर रहा है। रुपए में देखें तो 30 सितंबर 2024 को खत्म हुए दूसरी तिमाही में ग्रॉस एनपीए 3,889.43 करोड़ रुपये पर रहा है। यह इसी वित्त वर्ष के पहली तिमाही में 3,844.90 करोड़ रुपये पर रहा था। दूसरी तिमाही में बैंक के ग्रॉस एनपीए में मामूली बढ़त हुई है।
30 सितंबर 2024 को खत्म हुई तिमाही में यस बैंक का नेट एनपीए पिछली तिमाही के 1,246 करोड़ रुपये से घटकर 1,168 करोड़ रुपये पर रहा है। यह बेहतर क्रेडिट क्वालिटी और कम डिफ़ॉल्ट जोखिम को दर्शाता है। एनपीए प्रॉविजनिंग कवरेज रेशियो (PCRर) 70.0 फीसदी पर रहा है। जबकि वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में यह 56.4 फीसदी और वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में यह 67.6 फीसदी पर था।
बैंक की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक टेक्निकल राइट-ऑफ सहित,पीसीआर 81.5 फीसदी पर रहा है। जबकि वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में यह 72.1 फीसदी और वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में 80.1 फीसदी पर था।
यस बैंक ने 30 सितंबर 2024 को खत्म हुई दूसरी तिमाही में 553 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया है जो पिछले साल की समान तिमाही के 225 करोड़ रुपये से काफी ज्यादा है। बैंक की शुद्ध ब्याज आय (NII) 14.3 फीसदी बढ़कर 2,200 करोड़ रुपये पर रही है। जबकि वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में यह 1,925.1 करोड़ रुपये पर थी। यह बैंक के कोर लेंडिंग कारोबार में स्थिर ग्रोथ का संकेत है।