फाइनेंस मिनिस्ट्री ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के तहत लोन की सीमा तत्काल प्रभाव से बढ़ाकर 20 लाख रुपये कर दी है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2024-25 में इसका ऐलान किया था। लोन की सीमा में बढ़ोतरी का मकसद उभरते हुए उद्यमियों की मदद करना है, ताकि उनके पास ज्यादा फंड का विकल्प उपलब्ध हो। सीतारमण ने लोकसभा में बजट पेश करते हुए कहा था, ‘उन उद्यमियों के लिए मुद्रा लोन की सीमा मौजूदा 10 लाख रुपये से बढ़ाकर 20 लाख रुपये की जाएगी, जिन्होंने ‘तरुण’ कैटेगरी के तहत पहले कर्ज लिया और उसे सफलतापूर्वक चुकाया है।’
नई लोन कैटेगरी ‘तरुण प्लस’ खास तौर पर उन उद्यमियों के लिए है, जिन्होंने ‘तरुण’ कैटेगरी के तहत पहले लोन लिया है और अब सफलतापूर्वक लोन का भुगतान कर दिया है। इसके अलावा, 20 लाख रुपये तक का लोन क्रेडिट गारंटी फंड फॉर माइक्रो यूनिट्स (CGFMU) के तहत दिया जाएगा, जो उद्यमिता के मजबूत इको-सिस्टम को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
पीएम मोदी ने उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए अप्रैल 2015 में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना को लॉन्च किया था। इस योजना का मुख्य उद्देश्य नॉन-कॉरपोरेट, नॉन-एग्रीकल्चर स्मॉल और माइक्रो आंत्रप्रेन्योर्स को इनकम-जनरेटिंग गतिविधियों के लिए 10 लाख रुपये तक का आसान और जमानत-मुक्त माइक्रो क्रेडिट उपलब्ध कराना है। मौजूदा योजना के तहत बैंक तीन अलग-अलग कैटेगरी- शिशु (50,000 रुपये तक), किशोर (50,000 रुपये से 5 लाख रुपये के बीच) और तरुण (10 लाख रुपये) के तहत 10 लाख रुपये तक का जमानत-मुक्त लोन मुहैया कराते हैं।