देश की सबसे बड़ी ऑयल और नेचुरल गैस फर्म ONGC, अयाना रिन्यूएबल पावर (Ayana Renewable Power) में कंट्रोलिंग स्टेक खरीदने की दौड़ में सबसे आगे चल रही है। अयाना रिन्यूएबल पावर का नियंत्रण नेशनल इनवेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (NIIF) के पास है। मामले से वाकिफ सूत्रों ने यह जानकारी दी है।
एक सूत्र ने बताया, ‘ONGC, इस डील को हासिल करने की रेस में शामिल एक और बिडर JSW नियो एनर्जी से आगे निकल गई है। फिलहाल इसे इस डील का प्रमुख दावेदार माना जा रहा है। ONGC फिलहाल कार्बन उत्सर्जन कम करने संबंधी प्रयासों को प्राथमिकता दे रही है और ऊर्जा के स्वच्छ साधनों की तरफ आगे बढ़ रही है।’ दो और अन्य सूत्रों ने भी इसकी पुष्टि की है और इनमें से एक का कहना था कि इस सिलसिले में चल रही बातचीत आगे बढ़ने की संभावना है।
एक अन्य सूत्र का कहना था, ‘चूंकि यह जरूरी डील है, लिहाजा जरूरी पड़ने पर ONGC प्रस्तावित ट्रांजैक्शन के लिए किसी से हाथ मिल सकती है।’ इस सिलसिले में पूछे जाने पर ONGC और JSW एनर्जी के प्रवक्ताओं ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। साथ ही, NIIF को भेजी गई ईमेल का कोई जवाब नहीं मिला।
अयाना रिन्यूएबल पावर में NIIF का 51 पर्सेंट स्टेक है, जबकि ब्रिटिश इंटरनेशनल इनवेस्टमेंट और एवरसोर्स कैपिटल की क्रमशः 32 पर्सेंट और 17 पर्सेंट हिस्सेदारी है। फिलहाल, कितने प्रतिशत हिस्सेदारी की बिक्री की जानी है, इस बारे में चीजें साफ नहीं है। एक अखबार ने 5 सितंबर को खबर दी थी कि ONGC और JSW नियो एनर्जी को फाइनल राउंड के लिए शॉर्ट लिस्ट किया गया है और पेश किए गए ऑफर 1.6 अरब डॉलर से 1.8 अरब डॉलर के रेंज में हैं।