अडाणी ग्रुप की FMCG कंपनी अडाणी विल्मर का वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में कॉन्सोलिडेटेड नेट प्रॉफिट 311 करोड़ रुपए रहा। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी को 131 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था।
जुलाई-सितंबर तिमाही में कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू 14,460 करोड़ रुपए रहा। सालाना आधार पर इसमें 18% की बढ़ोतरी हुई है। वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही में कंपनी ने 12,267 करोड़ का रेवेन्यू जनरेट किया था। वस्तुओं और सेवाओं को बेचने से मिलने वाले पैसे को रेवेन्यू या राजस्व कहते हैं।
अडाणी विल्मर का तिमाही आधार पर 2% बढ़ा रेवेन्यू
पिछली तिमाही यानी अप्रैल-जून में अडाणी विल्मर ने 313 करोड़ रुपए का मुनाफा दर्ज किया था। तिमाही आधार पर यह 0.70% घटा है। वहीं, रेवेन्यू 2% बढ़ा है। अप्रैल-जून में कंपनी ने 14,169 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था।
कॉन्सोलिडेटेड मुनाफा मतलब पूरे ग्रुप का प्रदर्शन
कंपनियों के रिजल्ट दो भागों में आते हैं- स्टैंडअलोन और कॉन्सोलिडेटेड। स्टैंडअलोन में केवल एक यूनिट का वित्तीय प्रदर्शन दिखाया जाता है। जबकि कॉन्सोलिडेटेड या समेकित फाइनेंशियल रिपोर्ट में पूरी कंपनी की रिपोर्ट दी जाती है।
एक साल में 5% चढ़ा है अडाणी विल्मर का शेयर
तिमाही नतीजों के बाद अडाणी अडाणी विल्मर का शेयर आज गुरुवार (24 अक्टूबर) को 6.05% की तेजी के साथ 337.50 रुपए पर बंद हुआ। पिछले एक महीने में कंपनी का शेयर 3.47%, छह महीने में 1.79% और इस साल 1 जनवरी से अबतक 8.04% गिरा है। वहीं, एक साल में कंपनी के शेयर ने 5.35% का रिटर्न दिया है। कंपनी का मार्केट कैप 44 हजार करोड़ रुपए है।