Hindustan Unilever Q2: FMCG सेक्टर की दिग्गज कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर (HUL) ने FY25 की दूसरी तिमाही के नतीजों का ऐलान कर दिया है। जुलाई-सितंबर तिमाही में कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट 2.4 फीसदी घट गया। कंपनी ने इस अवधि में 2591 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह आंकड़ा 2668 करोड़ रुपये था। सितंबर तिमाही में कंपनी के नतीजे बाजार के अनुमान से भी कमजोर रहे। इस बीच कंपनी के शेयरों में आज 0.90 फीसदी की गिरावट देखी गई और यह स्टॉक BSE पर 2658 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। कंपनी ने बाजार बंद होने के बाद नतीजे जारी किए।
Hindustan Unilever का रेवेन्यू 2.1 फीसदी बढ़ा
FMCG दिग्गज कंपनी का दूसरी तिमाही का कंसोलिडेटेड रेवेन्यू पिछले साल की समान तिमाही की तुलना में 2.1 फीसदी बढ़कर 16,145 करोड़ रुपये हो गया। हिंदुस्तान यूनिलीवर ने सितंबर तिमाही में बाजार के अनुमान से कमजोर नतीजे जारी किए हैं। मनीकंट्रोल द्वारा सात ब्रोकरेज कंपनियों के बीच कराए गए सर्वे के मुताबिक जुलाई-सितंबर में HUL का नेट प्रॉफिट एक साल पहले की तुलना में आधा फीसदी घटकर 2,654 करोड़ रुपये रहने की उम्मीद थी। इसके अलावा, सर्वे में रेवेन्यू 15,694 करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया गया था।
हिंदुस्तान यूनिलीवर के दूसरी तिमाही के नतीजे कुछ सेगमेंट्स में हाई कमोडिटी इन्फ्लेशन और मांग में कमी के कारण प्रभावित होने की उम्मीद थी। नतीजों से पहले, ब्रोकरेज फर्मों को उम्मीद थी कि विज्ञापन पर अधिक खर्च और पैरेंट यूनिलीवर लिमिटेड को रॉयल्टी में वृद्धि के कारण HUL के मार्जिन में कमी आएगी। तिमाही के लिए EBITDA 3,647 करोड़ रुपये रहा। EBITDA मार्जिन 23.8 प्रतिशत पर हेल्दी बना रहा।
Hindustan Unilever ने की अंतरिम और स्पेशल डिविडेंड की घोषणा
HUL ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए प्रति इक्विटी शेयर 29 रुपये का कुल अंतरिम डिविडेंड घोषित किया है। इसमें 19 रुपये का रेगुलर अंतरिम डिविडेंड और 10 रुपये का स्पेशल डिविडेंड शामिल है। हिंदुस्तान यूनिलीवर ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि अंतरिम डिविडेंड के लिए शेयरधारकों की पात्रता तय करने के लिए रिकॉर्ड डेट बुधवार, 6 नवंबर 2024 तय की गई है और शेयरधारकों को 21 नवंबर 2024 को डिविडेंड का भुगतान किया जाएगा।
Hindustan Unilever के CEO ने नतीजों पर क्या कहा?
CEO और मैनेजिंग डायरेक्टर रोहित जावा ने कहा, “सितंबर तिमाही में शहरी बाजारों में FMCG की मांग में मामूली बढ़ोतरी देखी गई, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में धीरे-धीरे सुधार जारी रहा। इस मामले में हमने एक कंपटीटिव और प्रॉफिटेबल परफॉर्मेंस दिया। हमने अपने पोर्टफोलियो को बदलने की अपनी रणनीतिक प्राथमिकताओं पर काम करना जारी रखा, जबकि हेल्दी EBITDA मार्जिन और कैश फ्लो जनरेट किया, जिससे हमारे शेयरधारकों को आकर्षक रिटर्न मिला।”