जोमैटो इक्विटी शेयरों के क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) के जरिये 8,500 करोड़ रुपये जुटाएगी। कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में यह जानकारी दी है। इसके मुताबिक, कंपनी के बोर्ड ने क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट के जरिये 8,500 करोड़ रुपये जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। फूड टेक कंपनी आने वाले समय में प्राइस या डिस्काउंट आदि मुद्दों पर विचार करेगी।
जोमैटो के बोर्ड ने ऐसे समय में क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) के माध्यम से 8,500 करोड़ रुपये तक का फंड जुटाने की मंजूरी दी है, जब इस सेगमेंट में प्रतिस्पर्धी काफी तेज हो गई है। मजबूत बैलेंस शीट और कारोबार मुनाफे में आने के बावजूद कंपनी अतिरिक्त पूंजी जुटा रही है। जोमैटो का कैश बैलेंस जुलाई 2021 में 14,400 करोड़ रुपये था, जो अब घटकर 10,800 करोड़ रुपये हो गया है।
जोमैटो के बॉस दीपिंदर गोयल ने कहा, ‘बिजनेस अब कैश जेनरेट कर रहा है, जबकि IPO के वक्त यह नुकसान में था। हमारा मानना है कि कॉम्पिटिशन के मौजूदा दौर में हमें कैश बैलेंस की जरूरत है। हमारा बिजनेस अब काफी बड़े पैमाने पर फैल गया है। हमारा मानना है कि सिर्फ पूंजी से किसी को कारोबार में जीतने का अधिकार नहीं मिल जाता और सर्विस की क्वॉलिटी सफलता की अहम शर्त है। हालांकि, हम यह भी चाहते हैं कि हम अपने प्रतिस्पर्धी कंपनियों के साथ समान स्तर पर बने रहें, जो अतिरिक्त पूंजी जुटा रही हैं।’
3 साल पहले यानी नवंबर 2021 में स्टॉक मार्केट में एंट्री के बाद गुरुग्राम की यह कंपनी पहली बार फंड जुटाएगी। जोमैटो ने फंड जुटाने का ऐलान ऐसे वक्त में किया है, जब उसकी प्रतिस्पर्धी कंपनी स्विगी भी IPO लाने की तैयारी में है। स्विगी का IPO अगले महीने लॉन्च किया जाएगा और यह हाल के वर्षों में नए दौर की कंपनी के बड़े इश्यू में से एक होगा।