वेदांता ओडिशा में 1 लाख करोड़ रुपये निवेश करेगी। इसके तहत कंपनी 60 लाख टन सालाना क्षमता वाली एल्युमीनिया रिफाइनरी और 30 लाख टन सालाना क्षमता वाला एल्युमीनियम प्लांट स्थापित करेगी। इस निवेश के जरिये कंपनी ग्रीन एल्युमीनियम के प्रोडक्शन पर फोकस करेगी, जिसमें रिन्यूएबल एनर्जी की मदद ली जाएगी। इन परियोजनाओं से पूरे राज्य में 2 लाख नए रोजगार पैदा होने की संभावना है। ‘उत्कर्ष ओडिशा’ रोडशो के दौरान वेदांता के चेयरमैन और ओडिशा के मुख्यमंत्री के बीच हुई बातचीत के बाद यह ऐलान किया गया।
इस अवसर पर वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने बताया, ‘हमारा निवेश राज्य के समावेशी विकास और बड़े पैमाने पर औद्योगीकरण को बढ़ावा देने को लेकर हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी के नेतृत्व में हम राज्य की आर्थिक प्रगति, समुदायों के सशक्तिरण और करोड़ों लोगों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने में लगातार योगदान करते रहेंगे।’
इस निवेश से एजुकेशन सेंटर, हॉस्पिटल, स्किल डिवेलपमेंट हब आदि अहम इंफ्रास्ट्रक्चर को भी तैयार करने में मदद मिलेगी, जिससे स्थानीय समुदायों को मदद मिलेगी। ओडिशा के मुख्यमंत्री का कहना था, ‘वेदांता के लगातार सहयोग की बदौलत हम ओडिशा को 2030 तक 50,000 हजार करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में अग्रसर हैं। इस निवेश से ओडिशा के लोगों के लिए नए रोजगार पैदा होंगे और राज्य सरकार इन प्रोजेक्ट्स के विकास के लिए पूरा सहयोग मुहैया कराएगी।’
इसके अलावा, वेदांता की योजनाओं से एल्युमीनियम और इससे संबंधित इंडस्ट्रीज में मौजूद हजारों MSME इकाइयों को फायदा मिलने की उम्मीद है और डाउनस्ट्रीम बिजनेस के लिए नए अवसर पैदा होंगे।