Godavari Biorefineries IPO: अगर आप आईपीओ में पैसे लगाने की सोच रहे हैं तो आपके पास एक और मौका आ रहा है। अगले सप्ताह से मेनबोर्ड का एक और आईपीओ निवेश के लिए ओपन होगा। यह आईपीओ- गोदावरी बायोरिफाइनरीज का है। गोदावरी बायोरिफाइनरीज आईपीओ में आप 23 अक्टूबर से पैसे लगा सकेंगे। आईपीओ 25 अक्टूबर को बंद हो जाएगा। एंकर निवेशकों के लिए यह इश्यू 22 अक्टूबर को खुलेगा। 555 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए प्रति शेयर 334-352 रुपये के प्राइस बैंड की घोषणा की है।
क्या है डिटेल
आईपीओ में 325 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू और इसके मौजूदा शेयरधारकों और प्रमोटरों द्वारा 6.53 मिलियन शेयरों की बिक्री की पेशकश (ओएफएस) शामिल है। प्राइवेट इक्विटी फर्म मंडला कैपिटल एजी ओएफएस में 49,26,983 इक्विटी शेयरों की पूरी हिस्सेदारी बेचकर कंपनी से बाहर हो जाएगी। इन शेयरों के अधिग्रहण की औसत लागत 188.91 रुपये प्रति शेयर है। वास्तव में यह ऑफर-फॉर-सेल ओएफएस में सबसे अधिक बिक्री करने वाला शेयरधारक होगा, जबकि ओएफएस में अन्य विक्रेता सोमैया एजेंसीज, समीर शांतिलाल सोमैया, लक्ष्मीवाड़ी माइंस एंड मिनरल्स, फिल्मीडिया कम्युनिकेशन सिस्टम्स और सोमैया प्रॉपर्टीज सहित सभी प्रमोटर होंगे।
कंपनी की योजना
आईपीओ से जुटाई गई रकम का इस्तेमाल 240 करोड़ रुपये का कर्ज चुकाने के लिए किया जाएगा। बाकी फंड का उपयोग सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। बता दें कि जून 2024 तक इस पर 748.9 करोड़ रुपये का समेकित कर्ज था। आवंटन को 28 अक्टूबर को अंतिम रूप दिया जाएगा, और रिफंड और शेयर क्रेडिट 29 अक्टूबर को होंगे, इसके बाद 30 अक्टूबर को स्टॉक लिस्टिंग होगी।
कंपनी का कारोबार
गोदावरी बायोरिफाइनरीज मुंबई, महाराष्ट्र बेस्ड 12 जनवरी, 1956 की कंपनी है। 68 साल पुरानी कंपनी हर्षे इंडिया, हिंदुस्तान कोका-कोला बेवरेजेज, कर्नाटक केमिकल इंडस्ट्रीज, टेक्नो वैक्सकेम, लैंक्सेस इंडिया, आईएफएफ इंक, अंकित राज ऑर्गेनो केमिकल्स, एस्कॉर्ट्स केमिकल इंडस्ट्रीज, खुशबू डाई केम, प्रिवी स्पेशलिटी केमिकल्स, शिवम जैसे कई प्रमुख प्लेयर को प्रोडक्ट्स की सप्लाई करती है। मार्च 2024 को समाप्त वर्ष के लिए इसने 12.3 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया था, जो पिछले वर्ष के 19.6 करोड़ रुपये से कम था, जबकि इसी अवधि के दौरान राजस्व 2,014.7 करोड़ रुपये से घटकर 1,686.7 करोड़ रुपये हो गया। जून 2024 को समाप्त तिमाही में इसने 522.5 करोड़ रुपये के राजस्व पर 26.1 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया है।